
– स्वदेशी हथियारों ने दुश्मन के इलाके में अंदर तक सटीक हमले करके ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को बनाया कामयाब
नई दिल्ली, 08 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भारतीय वायु सेना ने बुधवार को अपने 93वें स्थापना दिवस पर हिंडन एयरबेस पर फ्लाईपास्ट के जरिये भारत की हवाई ताकत का प्रदर्शन किया। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए मिग-21 बाइसन को भी छह दशकों से अधिक दी गई सेवा के सम्मान में फ्लाईपास्ट का हिस्सा बनाया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने समारोह की शोभा बढ़ाई, जबकि औपचारिक परेड की समीक्षा वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने की।
परेड की सलामी लेने के बाद एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने वायु योद्धाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वदेशी रूप से विकसित हथियारों ने दुश्मन के इलाके में अंदर तक सटीक और विनाशकारी हमले किए, जिससे घरेलू क्षमताओं में हमारा विश्वास पुष्ट हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि सावधानीपूर्वक योजना, अनुशासित प्रशिक्षण और दृढ़ निष्पादन के माध्यम से क्या हासिल किया जा सकता है। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला करने में गर्व महसूस करते हुए वायु सेना प्रमुख ने कहा कि यह ऑपरेशन साबित करता है कि कैसे कुछ ही दिनों में सैन्य परिणामों को आकार देने में वायु शक्ति का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।
भारत के साहसिक और सटीक हमलों ने राष्ट्रीय चेतना में आक्रामक हवाई कार्रवाई के सही स्थान को बहाल किया। भारत के सबसे बड़े और सबसे रणनीतिक एयरबेस में से एक हिंडन एयरबेस पर हुई परेड में उन्होंने वायु योद्धाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि किस प्रकार उन्होंने 1948, 1971 और 1999 के युद्धों में इतिहास रचा तथा बालाकोट में आतंकवादियों का विनाश और ऑपरेशन सिंदूर में पराक्रम दिखाया है। उन्होंने कहा कि हम न केवल आसमान के रक्षक हैं, बल्कि राष्ट्र के सम्मान के भी संरक्षक हैं।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा कि वायु योद्धाओं के बीच जवाबदेही, सुरक्षा और संरक्षा की संस्कृति में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने ईरान और इजरायल के संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए 18 जून को चलाए गए ऑपरेशन सिंधु के दौरान वायु सेना की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारतीय वायु सेना ने अन्य देशों में अंतरराष्ट्रीय संकट का जवाब देते हुए राहत सामग्री और कर्मियों को हवाई मार्ग से पहुंचाया।
भारतीय वायु सेना दिवस का जश्न मनाने के लिए हिंडन एयरबेस पर भारत की हवाई शक्ति का प्रदर्शन किया गया। परेड में राफेल, सुखोई एसयू-30 एमकेआई और मिग-29 जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ भारत के स्वदेशी नेत्रा एईडब्ल्यूएंडसी, सी-17 ग्लोबमास्टर III, स्वदेशी आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, सी-130जे हरक्यूलिस, लॉन्गबो रडार से लैस अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर शामिल थे। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए मिग-21 बाइसन को भी छह दशकों से अधिक दी गई सेवा के सम्मान में फ्लाईपास्ट का हिस्सा बनाया गया। भारतीय विमानों ने अपने चिर-परिचित अंदाज में कई फॉरमेशन में उड़ान भरकर पूरे माहौल को देशभक्ति से भर दिया।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के साथ आज सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
(Udaipur Kiran) निगम
