देहरादून, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पिथौरागढ़ जनपद मुख्यालय के निकट ग्यारह देवी गांव में पूर्व सैनिक गोविंद सिंह खनका का हृदय गति रूकने से निधन हो गया। वे 76 वर्ष के थे। खनका ने वर्ष 1971 के पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सन 1949 में जन्मे गोविंद सिंह भारतीय सेना की आर्मी सप्लाई कोर पर 1970 पर चयनित हुए थाे। 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में उन्हाेंने सक्रिय भूमिका निभाई थी। इसके साथ-साथ उन्हाेंने अति दुर्गम लेह, पंजाब, नॉर्थ ईस्ट असम, तथा जम्मू एवं कश्मीर में भी अपनी सेवाएं दी थीं। गाेविंद सिंह खनका के निधन की खबर मिलते ही उनके मिलनसार स्वभाव के कारण पूर्व सैनिकों और आम जनमानस पर शोक की लहर छा गई। सामाजिक गतिविधियों में लगातार सक्रिय रहने तथा हर एक सैन्य कार्यों पर वह सक्रिय रूप से अग्रणी रहते थे। दिवंगत पूर्व सैनिक की अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा तथा लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
गोविंद सिंह की असाधारण क्षमता के कारण उन्हें सेना की हैवी व्हीकल का हीरो कहा जाता था। वह आर्मी हैवी व्हीकल कोर्स क्वालिफाइड थे। वर्ष 1985 में सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने जनपद सेना मुख्यालय के साथ कार्य करते हुए हैवी व्हीकल को चलते हुए सेना को सहयोग किया था।
खनका की अंतिम यात्रा में पूर्व सैनिक संगठन की ओर से तिरंगा समर्पित करते हुए उन्हें पुष्प चक्र अर्पित कर अंतिम सलामी दी गई।पुरुष सैनिक संगठन के गुरुना क्षेत्र संयोजक कैप्टन उमेश फुलेरा ने पूर्व सैनिकों की ओर से उनके परिवार को ढांढस बंधाया और हरसंभव मदद का भरोसा दिया। कैप्टन सुंदर सिंह खड़ायत ने उन्हें पुष्प चक्र अर्पित किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम पर कैप्टन मदन सिंह, प्रदीप खनका, भूपेंद्र पांडे, महेश चंद, भूप चंद ,उमेश तिवारी, ललित सिंह, माधव सिंह सहित अनेक पूर्व सैनिक तथा आम जनमानस उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल