Uttar Pradesh

भारत वहीं है, जहाँ भारतीयता की भावना जीवित है: स्वामी आत्मश्रद्धानंद

शंख संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम का छाया चित्र
शंख संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम का छाया चित्र

प्रयागराज, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत हर उस स्थान पर है, जहाँ भारतीयता की भावना विद्यमान है। यह बात शनिवार को सिविल लाइंस स्थित श्रीनिवास रामानुजन पब्लिक स्कूल में शंख संस्थान द्वारा भारतीयता एक परिचय विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए रामकृष्ण मिशन कानपुर के सचिव स्वामी आत्म श्रद्धानंद ने कही।

उन्होंने भारतीय संत परम्परा और आत्म अनुशासन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, भारत हर उस स्थान पर है, जहाँ भारतीयता की भावना विद्यमान है। इस भावना को अक्षुण्ण बनाए रखने हेतु सतत प्रयास आवश्यक है।

उद्घाटन सत्र में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. मृत्युंजय राव ने उद्घाटन भाषण देते हुए कहा, भारतीयता केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है जिसमें लोककल्याण और वैश्विक संतुलन के सूत्र निहित हैं। उन्होंने ‘शंख’ प्रयागराज चैप्टर के मार्गदर्शक के रूप में विद्यार्थियों को वैचारिक जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया।

मुख्य अतिथि के रूप में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति पी. के. गिरि ने कहा, भारतीय न्याय प्रणाली की जड़ें हमारी संस्कृति और मूल्यों में निहित हैं। इस प्रकार के आयोजन छात्रों में न्याय, धर्म और कर्तव्य बोध को प्रबल करने का कार्य करते हैं।

कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता ईश्वर डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आनंद शंकर सिंह ने ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य से भारतीय विचारधारा की भूमिका को रेखांकित करते हुए युवाओं से भारतीय संस्कृति के मूल्यों को आत्मसात कर आगे बढ़ने का आह्वान किया।

रामानुजन ग्रुप ऑफ स्कूल्स के चेयरमैन अपूर्व ने भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार और विद्यार्थियों में संस्कार-निर्माण की आवश्यकता को रेखांकित किया।

समापन सत्र में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं वात्सल्य हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. कृतिका अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए ‘शंख’ संस्थान के प्रयास की सराहना की और इसे युवा पीढ़ी के वैचारिक नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।

शंख संस्थान द्वारा आयोजित ‘भारतीयता: एक परिचय’ विषयक दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन समारोह प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित श्रीनिवास रामानुजन पब्लिक स्कूल में भव्य रूप से संपन्न हुआ। यह कार्यशाला कॉलेज विद्यार्थियों के लिए एक वैचारिक पहल के रूप में आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य युवाओं में भारतीय दृष्टिकोण, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रनिर्माण की भावना को सुदृढ़ करना है।

अंत में शंख संस्थान के अध्यक्ष आलोक परमार ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए आग्रह किया कि वे कार्यशाला में प्राप्त ज्ञान और अनुभव को जीवन में आत्मसात करें एवं समाज में सकारात्मक परिवर्तन के वाहक बनें।

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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