Chhattisgarh

जीएसटी स्लैब में सुधार, भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर : अजय चंद्राकर

जिला भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कुरुद विधायक अजय चंद्राकर।

धमतरी, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा लागू किए जीएसटी 2.0 के विषय को लेकर गुरुवार को जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में मुख्य वक्ता कुरुद विधायक अजय चंद्राकर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। आयकर में ऐतिहासिक छूट के बाद अब जीएसटी के स्लैब का सरलीकरण कर इसके रेट में अभूतपूर्व सुधार किया गया है। जिससे भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर हो चुके हैं।

कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि यह बदलाव आम आदमी के जीवन को खुशहाल करने और व्यापार उद्योग को नई गति देने वाली हैं। इससे न सिर्फ लोगों की बचत में ऐतिहासिक बढ़त होगी, बल्कि जीएसटी कानूनों के सरलीकरण से अब व्यापारी भी अधिक सुगमता के साथ अपना कार्य कर सकेंगे। एक जुलाई 2017 को जीएसटी लागू होने से पहले तक भारत में 17 प्रकार के टैक्स और 13 प्रकार के सेस लागू थे। इसके अलावा राज्य सरकारें भी मनमाने ढंग से कभी भी कोई भी कर आरोपित कर देती थी। पिछले वर्ष 12 लाख सालाना की आय पर टैक्स नहीं लागू करने का निर्णय लेने के बाद अब जीएसटी में चार स्लैब के बदले दो ही स्लैब होंगे। सभी उपयोगी वस्तुओं पर कर शून्य करने और अनेक उत्पादों में कर 10 प्रतिशत तक कम कर देने से अब वास्तव में भारतीय अर्थव्यवस्था जनता के लिए राम राज्य लाने वाला साबित होगा।

चंद्राकर ने कहा कि नए सुधार से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। रोजमर्रा की अनेक वस्तुएं, ट्रैक्टर व अन्य कृषि उपकरण, व्यक्तिगत स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा, शैक्षणिक वस्तुओं के साथ ही इलेक्ट्रानिक व आटोमोबाइल उत्पादों को किफायती बनाया गया है। जीएसटी करदाता 2017 में 66.5 लाख से बढ़कर 2025 में 1.51 करोड़ हो गए है। वित्त वर्ष 2024-25 में सकल जीएसटी संग्रह 22.08 लाख करोड़ रुपये रहा, जो केवल चार वर्षों में दोगुना हो गया है।

किसानों के आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करेगा

यह जीएसटी स्लैब में सुधार किसानों के जीवन में भी आर्थिकी को मजबूती प्रदान करेगा और कम लागत के साथ सक्षम कृषि में सहायक सिद्ध होगा। वहीं स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले उत्पादों पर 40 प्रतिशत कर आरोपित किया गया है। बीड़ी को 18 प्रतिशत के स्लैब में ही रखा गया है। इससे भविष्य में तेंदूपत्ता संग्राहकों को काफी लाभ होगा। जनजातीय क्षेत्र में तेंदूपत्ता जैसे लघु वन्य उत्पादों की मांग अधिक बढ़ेगी, इससे प्रदेश को भी काफी लाभ होगा। छत्तीसगढ़ को आर्थिक सुधार और शानदार प्रबंधन के लिए केवल प्रोत्साहन राशि के मद में 6200 करोड़ रुपए मिले हैं। जीएसटी दर में कमी से जनता की जेब में पैसा जाएगा, खरीदी क्षमता बढ़ेगी। देश विकसित होने की दिशा में आगे बढ़ेगा।

जीएसटी को राहुल गांधी कभी गब्बर सिंह टैक्स बताते थे। गब्बर सिंह टैक्स प्रणाली तो वह थी जिसे कांग्रेस ने कभी सुधारने की कोशिश नहीं की। पहले टैक्स पर टैक्स लगता था। जीएसटी में एक देश एक कर प्रणाली लाने का काम किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक रंजना साहू, श्रवण मरकाम, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश बैस, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा, जिला उपाध्यक्ष श्यामा नरेश साहू, कोषाध्यक्ष चेतन हिंदूजा, महामंत्री राकेश साहू, जिला मीडिया प्रवक्ता उमेश साहू, निगम सभापति विजय मोटवानी, नरेंद्र रोहरा, नगर पंचायत अध्यक्ष भखारा ज्योति हरख जैन सहित अन्य भाजपा नेता उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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