
– अंतरराष्ट्रीय समुद्री अपराधों से निपटने में सहयोग पर विशेष जोर दिया गया
नई दिल्ली, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और वियतनाम तटरक्षक बल (वीसीजी) के बीच बुधवार को हुई छठी उच्च स्तरीय बैठक में हाल ही में हुई पोत यात्राओं और पेशेवर आदान-प्रदान की समीक्षा की गयी। दोनों देशों ने अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने के लिए संयुक्त गतिविधियों को जारी रखने पर सहमति जताई।
आईसीजी के कमांडेंट अमित उनियाल ने बताया कि यह बैठक हनोई (वियतनाम) में दोनों एजेंसियों के बीच 2015 में हस्ताक्षरित तटरक्षक सहयोग पर समझौता ज्ञापन के प्रावधानों के तहत हुई। बैठक की सह अध्यक्षता भारतीय तटरक्षक बल के अतिरिक्त महानिदेशक आनंद प्रकाश बडोला और वियतनाम तटरक्षक बल के उप कमांडेंट मेजर जनरल वु ट्रुंग किएन ने की। विचार-विमर्श में समुद्री खोज और बचाव, समुद्री कानून प्रवर्तन, समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया और क्षमता निर्माण में सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बैठक में दोनों पक्षों ने हाल ही में हुई पोत यात्राओं और पेशेवर आदान-प्रदान की समीक्षा की और अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने के लिए संयुक्त गतिविधियों को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। इसके अलावा तस्करी, अवैध व्यापार और अवैध मछली पकड़ने सहित अंतरराष्ट्रीय समुद्री अपराधों से निपटने में सहयोग पर विशेष जोर दिया गया। दोनों तटरक्षकों ने क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए समन्वित एसएआर संचालन और संयुक्त प्रदूषण प्रतिक्रिया पहलों के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
प्रतिनिधिमंडलों ने नियमित संस्थागत संपर्क, सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और पोत यात्राओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और माना कि ऐसी पहल आपसी विश्वास और परिचालन तालमेल को मजबूत करती हैं। इस बैठक ने आईसीजी और वीसीजी के बीच व्यावसायिक संबंधों को और मजबूत किया और क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा, संरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए मैत्री और सहयोग की भावना से मिलकर काम करने के अपने साझा संकल्प की पुष्टि की।——————
(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम
