Jharkhand

आयकर विभाग के टैक्सपेयर हब का आयोजन नौ जुलाई से

फाइल फोटो

रांची, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । आयकर विभाग ने नौ जुलाई से 11 जुलाई तक रांची क्लब, रांची में बिहार एवं झारखण्ड क्षेत्र के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम टैक्सपेयर हब का आयोजन किया है।

मुख्य आयकर आयुक्त रंजन कुमार ने आज यहां बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य करदाताओं में स्वैच्छिक अनुपालन को प्रोत्साहित करना, कर प्रणाली की समझ को बढ़ाना तथा विभिन्न वर्गों के साथ सहभागिता स्थापित करना है।

इस अवसर पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड , नई दिल्ली के प्रधान महानिदेशक (प्रशासन एवं करदाता सेवा), नई दिल्ली, प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (बिहार एवं झारखण्ड), पटना, आयकर महानिदेशक (अन्प्रेषण) पटना, तथा मुख्य आयकर आयुक्त, रांची सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

उन्होंने बताया कि बिहार एवं झारखंड की सांस्कृतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए टैक्सपेयर हब आयोजित किया जा रहा है। इसमें बार एसोसिएशन,आईसीएआर , व्यापारी संघों, विभिन्न व्यावसायिक वर्गों, पेशेवरों, प्रमुख करदाताओं, छात्रों तथा आम नागरिकों की भागीदारी रहेगी। क्षेत्रीय करदाताओं को कर सम्बन्धी जानकारी दिलचस्प तरीकों से दी जायेगी।उन्होंने बताया कि करदाताओं के साथ संवाद के क्रम में नूतन आयकर बिल 2025, टीडीएस, आसूचना एवं आपराधिक अन्ध्रेषण, छूट, शिकायत निवारण, अद्यतन आयकर रिटर्न, आयकर रिटर्न संबंधित मुद्दे, प्रेरक अभियान एवं करदाता सेवा प्रणाली जैसे विभिन्न विषयों के लिए विशेष जानकारी सत्र आयोजित किए जायेंगे।

साथ ही, बड़े उद्योगों, राज्य सरकार के कर्मियों एवं प्रमुख व्यापारिक संगठनों के साथ वार्ताएं की जाएंगी। शैक्षणिक संस्थानों से सहभागिता के तहत कर विषयक जागरूकता को युवाओं तक पहुंचाने के लिए विद्यालयों के छात्रों के लिए संवाद, प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, वाद-विवाद तथा निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनके लिए कक्षा एक से कक्षा बारह के छात्रों को आमंत्रित किया जाएगा।

अधिकारियों के लिए क्षमता संवर्धन के तहत क्षेत्रीय अधिकारियों,कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अंतर्गत बार एसोसिएशन, आईसीएआई, व्यापारी संघों, व्यावसायिक वर्गों, पेशेवरों, प्रमुख करदाताओं तथा आम नागरिकोंकी भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।

कुमार ने बताया कि टैक्सपेयर हब सिर्फ एक तीन दिवसीय आयोजन नहीं, बल्कि नए भारत की नई कर संस्कृति की ओर एक ठोस कदम होगा। यह पहल करदाताओं को सुविधा, पारदर्शिता और सहभागिता के आधार पर सेवा देने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे

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