
भाेपाल, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के इंदौर में महिला क्रिकेट विश्व कप के दौरान दो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना पर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस पूरे घटनाक्रम काे शर्मसार कर देने वाला बताया है।
कमलनाथ ने रविवार काे साेशल मीडिया एक्स पर पाेस्ट कर लिखा महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने आई ऑस्ट्रेलिया की महिला खिलाड़ियों के साथ इंदौर में हुई छेड़छाड़ की घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था पर गहरा सवाल है। विदेशी मेहमानों के साथ इस तरह का व्यवहार राज्य की छवि को धूमिल करता है और यह दिखाता है कि प्रशासन अपराधियों पर नियंत्रण रखने में पूरी तरह नाकाम हो चुका है।
कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि सरकार बार-बार प्रदेश को सुरक्षित बताने का दावा करती है, लेकिन जब विदेशी खिलाड़ी तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम महिलाओं की सुरक्षा की क्या उम्मीद की जा सकती है। यह घटना बताती है कि अपराधियों के मन में अब कानून का कोई डर नहीं रह गया है। पुलिस तभी हरकत में आती है जब मामला सुर्खियों में आता है, वरना प्रशासन की नींद नहीं खुलती।
पूर्व सीएम ने आराेप लगाते हुए कहा कि रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं, फिर भी वह खुला घूमता रहा। यह सीधे तौर पर पुलिस और शासन की लापरवाही को उजागर करता है। ऐसी घटनाएँ बार-बार होना इस बात का प्रमाण है कि व्यवस्था सिर्फ दिखावे तक सीमित रह गई है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस घटना पर चिंता जताई है और विदेशी मीडिया में भी यह खबर प्रमुखता से छपी है। इससे देश की अंतरराष्ट्रीय साख को धक्का लगा है। जब कोई विदेशी खिलाड़ी भारत में असुरक्षित महसूस करता है, तो यह पूरे राष्ट्र के लिए शर्म की बात है।
कमलनाथ ने सवाल पूछते हुए कहा कि सरकार ने बयान दिया है कि कड़ी कार्रवाई होगी, लेकिन जनता अब इन बयानों से थक चुकी है। लोगों को अब सिर्फ कार्रवाई नहीं, ठोस सुधार चाहिए। अपराधियों को बचाने वाली नहीं, डर पैदा करने वाली व्यवस्था चाहिए। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि अगर सरकार की प्राथमिकता सत्ता की बजाय सुरक्षा होती, तो शायद आज मध्यप्रदेश का सिर इस तरह झुका न होता।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे