Uttrakhand

तीन वर्ष में पुलों का ढांचा ही बन सका, गदेरे से होकर गुजर रहे वाहन

रुद्रप्रयाग, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । धनपुर और रानीगढ़ पट्टी के गांवों को जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से जोडऩे वाले रैंतोली-पीड़ा-पाबौ-जसोली मोटर मार्ग पर प्रस्तावित तीन पुलों का कार्य तीन वर्ष से अटका हुआ है। पुलों का ढांचा हवा में झूल रहा है और वाहन गदेरे से होकर गुजर रहे हैं, जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। स्थानीय ग्रामीण बरसाती गदेरे से जान जोखिम में डालकर पैदल आवाजाही को मजबूर हैं, पर सुध लेने वाला कोई नहीं है।

अगस्त्यमुनि ब्लॉक के दूरस्थ पाबौ, पीड़ा, जसोली सहित अन्य गांवों को जिला मुख्यालय से जोडऩे के लिए वर्ष 2020-21 में अलग-अलग चरण में रैंतोली-पीड़ा-पाबौ मोटर मार्ग का निर्माण किया गया था। प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत निर्मित इस मार्ग पर सुलभ यातायात के लिए मार्ग पर सिरमा, सिलपड़ी और भुनका में बरसाती गदेरों पर 18 से 20 मीटर स्पान के तीन पुल भी प्रस्तावित हैं। इन पुलों को सडक़ निर्माण के साथ-साथ बनाया जाना था, पर तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी सिर्फ ढांचा ही खड़ा हो पाया है। इन पुलों का निर्माण अधर में होने से क्षेत्रीय गांवों के लिए संचालित छोटे वाहन गदेरे से होकर गुजर रहे हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा बना है।

बरसात के समय कई दिन वाहनों का संचालन बंद होने से ग्रामीणों को मीलो पैदल नापना पड़ता है। सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह बिष्ट, पूर्व ग्राम प्रधान बीरा देवी, रामेश्वर सिंह नेगी, नेत्र सिंह, अरूण सिंह बिष्ट आदि का कहना है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत वर्ष 2020-21 में निर्मित पीड़ा-पाबौ-जसोली मोटर मार्ग पर पुलों का निर्माण नहीं होने से गदेरों से होकर वाहन गुजर रहे हैं।

बरसात के मौसम में गदेरों के ऊफान पर होने से छोटे वाहनों का संचालन नहीं हो पा रहा है, जिस कारण बीमार, गर्भवती और अन्य जरूरतमंद को मीलों पैदल नापकर डंडी-कंडी से अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है। इधर, पुल निर्माण करने वाली ब्रिज एंड रूफ कंपनी के रॉबिन डॉली ने बताया कि पुलों का कार्य पुन: जल्द शुरू किया जाएगा।

(Udaipur Kiran) / दीप्ति

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