
लखनऊ, 27 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज एमएसएमई दिवस पर उत्तर प्रदेश अपनी विरासत को पहचान दिला रहा है। पिछले 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने हर क्षेत्र में कुछ न कुछ अलग किया है। 2017 के पहले का उत्तर प्रदेश दंगो, माफिया गिरोहों, बेटी व्यापारी के लिए सबसे असुरक्षित प्रदेश था।
एमएसएमई दिवस पर लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पिछली सरकारें जातीय संघर्ष करवा कर एक डिस्ट्रिक एक माफिया के रुप में पोषित करती थीं। आज उत्तर प्रदेश ने वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के रूप में नई पहचान बना रहा है।
रोजगार का सृजन भी हो रहा है। उत्पादों को एक्सपोर्ट भी कर रहा है। ये वही प्रदेश है जहाँ 2017 के पहले 46 हजार प्रति व्यक्ति आय थी, आज 1 लाख 20 हजार हो गई है। इसका आधार बेहतरीन कानून व्यवस्था बना, इंफ्रास्ट्रक्चर और विरासत को पहचान दिलाकर ये कार्य हुए। उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस 24 जनवरी 2018 को जो कार्य हुए, उसका परिणाम है। पहले स्थापना दिवस मनाया भी नहीं जाता था।
उत्तर प्रदेश के लोगों को पहचान का संकट था। आज पीएम मोदी की प्रेरणा से ओडीओपी को पहचान मिली। इसको हमने तकनीकी के साथ जोड़कर आगे बढ़ाया। इसको एक्सपोर्ट की ओर बढ़ाया। आज लोकल उत्पादों को अच्छी डिजाइन, पैकेजिंग के जोड़ने के लिए सीएफसी प्रोत्साहित करेगा।
उत्तरप्रदेश पहला राज्य है जिसने अपने एमएसएमई को 5 लाख रुपये का सुरक्षा कवर भी दिया जा रहा है। इस वर्ष हमने सीएम युवा उद्यमी स्कीम लागू की। युवाओं को 5 लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है। अबतक 55 हजार इससे जुड़ चुके हैं। उनका चेहरा, जाति देखकर ये नही दिया जा रहा है। ये सबका साथ सबका विकास के भाव से हो रहा है। उत्तर प्रदेश के युवा की ऊर्जा को प्रदेश में ही लगय्या जा रहा है।
2017 के पहले एमएसएमई उद्यम बंद हो चुका था। पिछले दिनों भदोही में मैंने देखा। आज भदोही अपनी कार्पेट एक्सपोर्ट कर रहा है। पूरे देश के 60 फीसदी का एक्सपोर्ट भदोही जैसा जिला कर रहा है। आज हर जनपद के उत्पादों को पहचान मिल रही है। सीएम युवा उद्यमी योजना में पहले चरण ने 5 लाख रुपये, दूसरे चरण में साढ़े 7 लाख, तीसरे चरण में 10 लाख रुपये का ऋण दिलवाया जा रहा है। टूलकिट के लिये कहीं भटकना नहीं पड़ रहा, जेम पोर्टल पर यह उपलब्ध है।
(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला
