हुगली, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) ।तारकेश्वर के चांपाडांगा इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब पता चला कि एक दुकानदार बकरे के मांस के साथ बकरी का मांस मिलाकर बेच रहा था। मामला सार्वजनिक होते ही स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और दुकान के सामने भीड़ जमा हो गई। प्रशासन को हस्तक्षेप कर स्थिति काबू में लानी पड़ी।
घटना सोमवार सुबह की है। घटना के समय उस इलाके के निवासी प्रोसेनजीत सामन्त बकरे का मांस खरीदने नजदीकी दुकानदार निजाम शेख के पास गए। पर मांस ले जाने के बाद पता चला कि उन्हें बकरे के समान दिखने वाली बकरी का मांस दिया गया है। प्रोसेनजीत ने ठगी का सवाल खड़ा किया और खबर फैलते ही चांपाडांगा में हंगामा शुरू हो गया। पुलिस ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया।
घटना के बाद दुकानदार निजाम शेख और दुकान के दो कर्मचारी मौके से फरार हो गए। वहीं निजाम के भतीजे गोलाम रसूल ने कहा, “मामा कभी-कभी बकरे के मांस के बजाय बकरी का मांस बेचा करता था। यह सब दुकान के कर्मचारियों की वजह से होता था।
मामला सार्वजनिक होते ही राजनीतिक बयानबाज़ी भी शुरू हो गई। भाजपा अरामबाग़ सांगठनिक जिले के उपाध्यक्ष गणेश चक्रवर्ती ने कहा, “तृणमूल का मतलब ही चोर।” इसके विपरीत स्थानीय तृणमूल युवा अध्यक्ष अब्दुल अख़्तर ने कहा, “वह किसी के भी समर्थक हों, जो गलती करेगा, उसे सजा मिलेगी।” स्थानीय तृणमूल नेतृत्व का दावा है कि मांस बेचने वाला कोई तृणमूल कार्यकर्ता नहीं है और प्रशासन जो भी कार्रवाई करे उसे स्वीकार्य माना जाएगा।
पुलिस प्रशासन ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई
की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
