

-सुहागिन का मंगलसूत्र उतरवाया, डेढ़ साल की बच्ची को
महिला पुलिस कर्मी ने संभाला
सोनीपत, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । संयुक्त
पात्रता परीक्षा (सीईटी) के दूसरे दिन, रविवार को सोनीपत जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
के बीच परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा केंद्रों पर अनुशासन और सुरक्षा को सर्वोच्च
प्राथमिकता दी गई, जिससे प्रशासन की तत्परता स्पष्ट झलकी।
इसी
क्रम में पानीपत से एक महिला परीक्षार्थी अपनी डेढ़ साल की बच्ची और पति के साथ परीक्षा
केंद्र पहुंची। जैसे ही वह परीक्षा देने अंदर गई, बच्ची जोर-जोर से रोने लगी। इस भावुक
दृश्य पर हरियाणा पुलिस की ड्यूटी पर तैनात महिला सिपाही सरिता ने तत्काल मानवीय संवेदना
दिखाई। उसने बच्ची को गोद में उठाया, उसे चुप कराया और पूरे समय स्नेह से संभाले रखा।
यह दृश्य परीक्षा के तनावपूर्ण माहौल में एक ममतामयी राहत बनकर उभरा।
वहीं,
एक अन्य केंद्र पर ऐसी स्थिति सामने आई जिससे धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंची। कुछ विवाहित
महिला अभ्यर्थियों से मंगलसूत्र और दुपट्टा उतरवाने को कहा गया। हालांकि
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन) ने स्पष्ट निर्देश दिए थे
कि विवाहित महिलाओं को हरियाली तीज को ध्यान में रखते हुए मंगलसूत्र और बिछुए पहनने
की छूट है। दुपट्टे को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं था। ऐसे में कुछ केंद्रों पर सख्ती
के नाम पर धार्मिक आस्था की अनदेखी हुई, जो असंवेदनशीलता को दर्शाता है।यह घटना प्रशासन की तैयारी और अनुशासन
के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण और धार्मिक समझ की आवश्यकता की ओर भी संकेत करती है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
