
फतेहपुर, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आवास में स्वास्थ्य कर्मी के रहने के बावजूद गर्भवती महिला का सीढ़ियों पर प्रसव होने पर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया। अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य कर्मी के रहने बावजूद डिलीवरी इंचार्ज को प्रसव की जानकारी नहीं मिल सकी। नतीजतन महिला को घंटों दर्द से तड़पना पड़ा और सुबह अस्पताल की सीढ़ियों पर नवजात को जन्म देने को मजबूर होना पड़ा।
देवमई ब्लॉक के अंतर्गत आने वाला बकेवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों स्टाफ गंभीर संकट से गुजर रहा है। यहां तैनात एएनएम पुष्पा बीते 30 मई को सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। वर्तमान में डिलीवरी से संबंधित ज़िम्मेदारी एमएससीपी (माल्टिपर्पज सपोर्ट कम्युनिटी प्रोवाइडर) रिया को सौंपी गई है, जो अस्पताल परिसर में बने सरकारी आवास में ही रहती हैं।
पीएचसी प्रभारी डॉ. विमलेश कुमार ने बताया कि एमएससीपी रिया को स्पष्ट निर्देश है कि अगर कोई महिला प्रसव के लिए आए, तो प्रसव सहायक उसे तत्काल सूचना दे, ताकि आवश्यक तैयारी कर डिलीवरी करवाई जा सके। लेकिन इस डिलीवरी के समय ड्यूटी पर मौजूद दाई खाना खाने गई थी और उसके बाद सो गई। नतीजतन एमएससीपी रिया को प्रसव की जानकारी समय पर नहीं मिल सकी।
प्रभारी डॉ. विमलेश ने बताया कि इस समय पीएचसी में स्टाफ बेहद सीमित है। केवल एक संविदा चिकित्सक – डॉ. सिखा कनौजिया तैनात हैं, जबकि फार्मासिस्ट का हाल ही में स्थानांतरण हो चुका है। जब सुबह अस्पताल खुला और घटना की जानकारी मिली तो तत्काल महिला और नवजात को भर्ती कर उनका उपचार शुरू किया गया। दोनों अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें छुट्टी देकर घर भेजा जा चुका है।
डॉ. विमलेश ने बताया कि इस मामले में संबंधित कर्मचारियों की लापरवाही की जांच की जा रही है और विभागीय कार्यवाही की संस्तुति भी की जा रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि लापरवाही हुई है और भविष्य में ऐसी स्थिति न हो, इसके लिए व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
घटना की खबर फैलते ही कस्बे के एक युवक ने महिला के प्रसव का वीडियो बना लिया और इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग वीडियो की पुष्टि नहीं करता, पर वायरल होते ही विभाग में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि जिस समय महिला दर्द से तड़प रही थी, उसी दौरान एक एंबुलेंस अस्पताल के सामने से निकली थी, लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र कुमार
