
झाबुआ, 23 जून (Udaipur Kiran) । जिले के ग्राम भामल में रविवार को दर्जन भर लोगों को हुई उल्टी-दस्त की शिकायत और एक बुजुर्ग की मौत दूषित पेय जल से नहीं हुई, बल्कि इसके पीछे कोई अन्य वजह है। गांव में हुई उक्त शिकायत के बाद कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्राम भामल में कुएं सहित नलकूप के पानी की जांच की गई। परीक्षण उपरांत जल नमूने भौतिक एवं रासायनिक पेयजल गुणवत्ता मापदंडों पर सही पाए गए है।
उल्लेखनीय है कि जिले के थान्दला जनपद के ग्राम भामल में अचानक हुई उल्टी दस्त और घबराहट की शिकायत के बाद शनिवार देर शाम एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि 6 महिलाओं सहित 11 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया था। ग्राम भामल में ग्रामवासियों को पेयजल से उल्टी, दस्त की खबर के उपरांत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अमले द्वारा मौके पर पहुंचकर कुएं एवं नलकूपों के परीक्षण हेतु जल नमूने लिए गए, एवं परीक्षण हेतु जल नमूनों को विभागीय एन ए बी एल प्रमाणित प्रयोगशाला में भेजा गया। परीक्षण में जल नमूने भौतिक एवं रासायनिक पेयजल गुणवत्ता मापदंडों पर सही पाए गए हैं।
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, झाबुआ जितेंद्र मावी ने बताया कि कुएं एवं नलकूप के पानी के परीक्षण हेतु जल नमूनों को विभागीय प्रयोगशाला में भेजा गया। परीक्षण उपरांत जल नमूने भौतिक एवं रासायनिक पेयजल गुणवत्ता मापदंडों पर सही पाए गए, और उनमें किसी भी प्रकार की कोई गंदगी नहीं पाई गई। कुएं एवं नलकूप का पानी पीने योग्य पाया गया।
कार्यपालन यंत्री पीएचई के अनुसार प्राप्त परिणाम में बी आइ एस (105002012) के अनुसार सभी सेंपल परिसीबल मात्रा (लिमिट) में पाई गई है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
