
गुवाहाटी, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने अपने कर्मचारियों, उनके परिवारों और आम जनता के स्वास्थ्य के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दिखाते हुए, अपने अस्पतालों के नेटवर्क में स्वास्थ्य सुविधाओं को अपग्रेड करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। पूसीरे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में, उन्नत डायग्नोस्टिक उपकरणों, अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटरों और पूर्ण सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाइयों सहित अस्पताल की बुनियादी संरचना के आधुनिकीकरण हेतु आवश्यक निवेश किया गया है। इन प्रयासों के तहत, 15 अगस्त को केंद्रीय अस्पताल में पुनर्निर्मित महिला सर्जिकल वार्ड, ऑर्थोपेडिक वार्ड और सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत एक हेमोडायलिसिस यूनिट का उद्घाटन किया गया।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि इस वर्ष, पूसीरे के अंतर्गत रेल अस्पतालों में कई नए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएं शुरू किए गए हैं। कटिहार मंडल रेलवे अस्पताल में एक डिजिटल एक्स-रे यूनिट और एक पूर्ण स्वचालित ऑटो एनालाइज़र का उद्घाटन किया गया। रंगापाड़ा नॉर्थ के उप-मंडल रेलवे अस्पताल अब एक नई सीआर सिस्टम एक्स-रे मशीन से लैस है। मालीगांव स्थित केंद्रीय अस्पताल में एक उन्नत लेसोट्रॉनिक्स लेज़र डायोड सिस्टम स्थापित किया गया है। इसके अतिरिक्त, मालीगांव स्थित केंद्रीय अस्पताल में एक नवनिर्मित पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टर्स हॉस्टल एंड डॉरमेटरी के साथ-साथ पुनर्निर्मित चार सेमी केबिनों का भी उद्घाटन किया गया।
इसके अतिरिक्त, 20 से 26 जून तक अंबुबासी मेला 2025 के दौरान, तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच सुविधाएं प्रदान करने के लिए कामाख्या स्टेशन परिसर पर एक प्राथमिक चिकित्सा बूथ बनाया गया।
डिजिटल इंडिया पहल के अनुरूप, पूसीरे के अस्पतालों में रोगी देखभाल को सुव्यवस्थित करने और चिकित्सा सेवाओं के समन्वय में सुधार के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड (ईएचआर) लागू किए हैं। चिकित्सा कर्मचारियों को नवीनतम कार्यों और तकनीकों से अपडेट रखने के लिए निरंतर प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य शिविरों और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर एनएफआर कम्युनिटी आउटरीच में सक्रिय रूप से शामिल है, जिससे हजारों लोग लाभान्वित होते हैं।
पूसीरे के अस्पतालों ने स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है, जिसे समय के साथ उनके चिकित्सा कर्मियों द्वारा प्राप्त कई प्रशंसा और पुरस्कारों के माध्यम से मान्यता मिली है, जो जीवन रक्षक सेवाओं के प्रति उनके अटूट समर्पण को सम्मानित करता हैं।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
