
– “ई-लिस एप सॉफ्टवेयर” संबधी दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
भोपाल, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने कहा कि प्रदेश की प्रगति में पशुपालन एवं डेयरी क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत सरकार द्वारा नीति निर्माण में पशुधन सांख्यिकी आंकड़ों की आवश्यकता होती है। संपूर्ण देश में ‘ई-लिस एप सॉफ्टवेयर’ (eLISS App Software) के माध्यम से इन आंकड़ों को डिजिटलाईज किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण प्राप्त करें और पशुधन संबंधी आंकड़ों के डिजिटाइजेशन में इनका पूरा उपयोग करें।
राज्य मंत्री पटेल गुरुवार को भारत सरकार के मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय द्वारा मध्य प्रदेश राज्य में सेंट्रल एवं बेस्टजोन के मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दादर और नगर हवेली, दमन एवं द्वीव तथा गोवा के राज्यों के नोडल एवं जिला नोडल अधिकारियों के लिए ‘ई-लिस एप सॉफ्टवेयर’ की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का राज्य पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान ‘देवी अहिल्या सभागार’ भोपाल में शुभारंभ कर संबोधित रहे थे।
भारत सरकार के सांख्यिकीय सलाहकार, पशुपालन सांख्यिकी प्रभाग जगत हजारिका ने बताया कि ग्राम स्तर पर एकीकृत नमूना सर्वेक्षण के माध्यम से प्राप्त होने वाले आंकड़ों का संकलन करने के बाद विश्व स्तर पर रिपोर्टिंग की जाती है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्राची मिश्रा साहू द्वारा सॉफ्टवेयर के उपयोग के संबध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। वीसीआई नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. उमेश चंद्र शर्मा द्वारा देश और प्रदेश की प्रगति में पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के योगदान और इससे संबंधित आंकड़ों और उनके डिजिटाइजेशन के महत्व को रेखांकित किया गया।
कार्यशाला में पशुपालन एवं डेयरी संचालक डॉ. पी. एस. पटेल, पशुपालन सांख्यिकी भारत सरकार के संचालक आर.पी.एस. राठौर, पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त संचालक डॉ. मनोज गौतम, भारत सरकार से सहायक संचालक बैधर स्वाइन, उप संचालक चैतराम मीणा, म.प्र. से एकीकृत नमूना सर्वेक्षण की राज्य नोडल अधिकारी डॉ. उमा कुमरे (परते) आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) तोमर