जम्मू, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । आईआईएम जम्मू, पीएचडीसीसीआई ने अध्ययन के जमीनी अध्ययन के लिए संयुक्त रणनीति पर चर्चा की पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) जम्मू रीजन चैप्टर और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) जम्मू ने प्रबंधन के छात्रों को जमीनी स्तर पर प्रदर्शन और व्यावहारिक सीखने के अवसर प्रदान करने के लिए संभावित पहल पर चर्चा की। यह चर्चा आईआईएम जम्मू द्वारा आयोजित ‘बंधन’ कार्यक्रम के दौरान हुई जिसमें निदेशक आईआईएम जम्मू प्रोफेसर एस.एम. ने भाग लिया।
सहाय, लेफ्टिनेंट जनरल राकेश शर्मा, पद्मश्री एस.पी. वर्मा, मेजर जनरल कपूर, सेवानिवृत्त। निदेशक पर्यटन सौजन्या शर्मा, जितेंद्र उधमपुरी, अलका शर्मा और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति। इस अवसर पर बोलते हुए पीएचडीसीसीआई जम्मू क्षेत्र चैप्टर के अध्यक्ष राकेश वजीर ने प्रो. सहाय को आईआईएम जम्मू की योजना और विकास में उनकी गहरी भागीदारी के लिए बधाई दी उन्होंने कहा कि यह वास्तुकला, भूनिर्माण, बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक वातावरण के मामले में भारत में बेहतरीन आईआईएम में से एक के रूप में उभरा है।
उन्होंने आईआईएम स्नातकों के वैश्विक प्रभाव को स्वीकार करते हुए कहा दुनिया भर की शीर्ष कंपनियों में नेतृत्व की भूमिकाओं में आईआईएम के पूर्व छात्र हैं जो प्रबंधन उत्कृष्टता को आकार देने और भारत के विकास में योगदान देने में संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है। बंधन’ कार्यक्रम का जिक्र करते हुए वज़ीर ने उस पहल की सराहना की जिसके तहत प्रबंधन के छात्र जम्मू के स्थानीय परिवारों के साथ उनकी संस्कृति, परंपराओं, व्यंजनों और जीवन शैली को समझने के लिए बातचीत करेंगे जिससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने सुझाव दिया कि होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन, कटरा, जिसके वे प्रमुख हैं, छात्रों को आतिथ्य और पर्यटन से संबंधित व्यवसायों की गहरी समझ देने के लिए कटरा में होटल, रेस्तरां और फूड कोर्ट में अध्ययन दौरों की व्यवस्था कर सकता है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
