Uttrakhand

भूमि अधिकार की लड़ाई : ‘लड़ेंगे तो जीतेंगे, हटेंगे तो खोएंगे’ : पुरुषोत्तम शर्मा

किसान महासभा का धरना सातवे दिन

हल्द्वानी, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । बागजाला गांव में आठ सूत्रीय मांगों जिसमें मालिकाना अधिकार देते हुए राजस्व गांव बनाने, नोटिस वापस लेने, निर्माण कार्यों विकास कार्यों पर लगी रोक हटाने, पंचायत चुनाव का अधिकार बहाल करने, जल जीवन मिशन की योजना चालू करने, आवारा गोवंश की समस्या का समाधान करने पर अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन सातवें दिन भी जारी रहा।

कल देर शाम अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला कमेटी ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ जन जागरण के लिए, आंदोलन की चेतना को बढ़ाने के लिए पूरे गांव में कैंडल मार्च निकाला गया।

धरने के सातवें दिन के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि, पूरे देश में कर्नाटक से लेकर पंजाब तक जगह जगह किसान अपनी जमीन के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं, और उनकी लड़ाई और जीतों ने यह साबित किया कि लड़ेंगे तो जीतेंगे, हटेंगे तो खोएंगे। आप इस लड़ाई को जारी रखिए, एक जीत का रास्ता आपका खुला है, सड़क के लिए 13.31 लाख रुपए निर्गत हुआ है। आगे भी संघर्ष चलता रहेगा तो आपकी सभी मांगों के आगे सरकार को झुकना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि, भाजपा की यह सरकार जन विरोधी सरकार है, इस सरकार के पास जनता पर चलाने के लिए बहुत से बुलडोजर हैं लेकिन धराली आपदा के 22 दिन बीत जाने के बाद भी मलबा नहीं हट पाया है, मलबा हटाने के लिए बुलडोजर, जेसीबी मशीन वहां सरकार उपलब्ध नहीं करा पा रही है।

उन्होंने कहा कि, पहले जनता सरकार को चुनती थी लेकिन देश में ऐसी सरकार आई है जो वोटर पुनरीक्षण के नाम पर जनता को चुनने का काम कर रही है यह बहुत खतरनाक संकेत है। यह संविधान द्वारा गरीबों को दिए गए वोट के अधिकार से उनको वंचित करने की कोशिश है।

अनिश्चितकालीन धरने के सातवें दिन किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष मीना भट्ट, चन्दन सिंह मटियाली, धनी राम, दौलत सिंह कुंजवाल, परवेज अंसारी, मोहन लाल, किरन प्रजापति, भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय,दीवान सिंह बर्गली, बची सिंह कपकोटी, महेन्द्र आर्य आदि बैठे।

(Udaipur Kiran) / अनुपम गुप्ता

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