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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी ने आईपीओ के लिए ड्राफ्ट जमा किया, स्टॉक मार्केट में उतरने वाली ग्रुप की 5वीं कंपनी बनेगी

आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल एएमसी ने आईपीओ के लिए ड्राफ्ट जमा किया

नई दिल्ली, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) फाइल कर दिया है। इस आईपीओ के तहत 1.76 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए बेचे जाएंगे। आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी किया जाएगा, बल्कि मौजूदा शेयर होल्डर्स ही अपनी हिस्सेदारी को कम करेंगे।

इस आईपीओ के लिए रिकॉर्ड 18 मर्चेंट बैंकर्स को नियुक्त किया गया है। इन मर्चेंट बैंकर्स में मॉर्गन स्टेनली इंडिया, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केटस इंडिया, नोमूरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया), कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई कैपिटल मार्केट और गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज के नाम शामिल हैं। इंडियन आईपीओ मार्केट में इसके पहले कभी भी इतनी बड़ी संख्या में मर्चेंट बैंकर्स ने एक आईपीओ को मैनेज करने का काम नहीं किया है। मर्चेंट बैंकर्स की ये संख्या इंडियन आईपीओ मार्केट के लिए एक नया रिकॉर्ड है।

उल्लेखनीय है कि इस आईपीओ की लॉन्चिंग और लिस्टिंग के बाद स्टॉक मार्केट में कारोबार करने वाली ये आईसीआईसीआई ग्रुप की पांचवी कंपनी बन जाएगी। इसके पहले आईसीआईसीआई बैंक, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो चुकी हैं। इसी तरह लिस्टिंग के बाद ये स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने वाली छठी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) होगी। इसके पहले यूटीआई एएमसी, एचडीएफसी एएमसी, श्रीराम एएमसी, आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी और निप्पॉन लाइफ इंडिया एएमसी पहले से ही स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हैं।

कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक और लंदन की प्रूडेंशियल कॉरपोरेशन होल्डिंग्स के बीच 51:49 की हिस्सेदारी के साथ 1998 से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी कारोबार कर रही है। एवरेज क्वार्टरली असेट्स अंडर मैनेजमेंट (एक्यूएयूएम) के हिसाब से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी एमसी है।

कंपनी के दावे के मुताबिक इसकी मार्केट हिस्सेदारी 13 प्रतिशत है, जबकि इसके ग्राहकों की संख्या 1.46 करोड़ हो चुकी है। दावा किया गया है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति भी लगातार मजबूत बनी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का मुनाफा वार्षिक आधार पर 29.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2,650.70 करोड़ रुपये था। इस अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 38.70 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 4,682.80 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया था।

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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक

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