
जयपुर, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए देश की मौजूदा परिस्थितियों को भयावह और लोकतंत्र के लिए चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि अब देश में लोगों के बीच विश्वास का अभाव हो गया है। यहां तक कि पति-पत्नी भी एक-दूसरे से फेसटाइम पर बात करने को मजबूर हैं, क्योंकि लोगों को डर है कि उनका फोन टैप किया जा रहा है।
गहलोत ने कहा कि आज देश में लोग एक-दूसरे पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। पति-पत्नी तक कहते हैं कि फेसटाइम पर बात करो। यानी लोगों को लगता है कि फोन टेप हो सकता है। भले ही यह हकीकत में न हो, लेकिन जनता के मन में ऐसा डर बैठ जाना, अपने आप में गंभीर है। गहलोत ने चुनाव आयोग, न्यायपालिका, सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग जैसे संवैधानिक संस्थानों की स्वतंत्रता और साख को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र को बचाना है तो इन संस्थाओं को मजबूत करना होगा। आज इन पर जनता का भरोसा डगमगा रहा है।
बिहार में वोटर वेरिफिकेशन पर तंज
गहलोत ने बिहार में चल रही वोटर आईडी वेरिफिकेशन प्रक्रिया को मजाक बताया।
पूर्व सीएम गहलोत ने बिहार की एनडीए सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार हमारे मित्र हैं, लेकिन उनके नाम को आगे रखकर सरकार चलाई जा रही है। उनके अपने सांसद और विधायक अंदर ही अंदर टूट रहे हैं। गवर्नेंस पूरी तरह चरमरा गया है और जनता दुखी है। लोग अब खुलकर अपने दुख व्यक्त कर रहे हैं। माहौल इंडिया गठबंधन के पक्ष में बनता दिख रहा है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
