
जबलपुर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में माढ़ोताल थाना अंतर्गत अंतरराज्यीय बस स्टैंड पर बीते दिन एक महिला के साथ पुलिसकर्मियों और उसके साथियों के द्वारा दुष्कर्म का प्रयास किये जाने का आरोप लगा था। जिसे दबाने का प्रयास किया गया था। परंतु म.प्र. मानव अधिकार आयोग के संज्ञान में आते ही अब सुर्खियों में आ गया।
आयोग ने जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है। जिसमें अब उन पुलिसकर्मियों और उनके साथियों के खिलाफ जाँच तो होगी ही साथ ही इन्हें बचाने वाले भी इस जांच की आंच में आएंगे। इस मामले में बताया जा रहा है कि महिला को धमकियाँ मिलने का आरोप है। जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय ने भी इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। जिसकी अब निष्पक्ष जांच होगी।
मप्र मानव अधिकार आयोग के क्षेत्रीय कार्यालय से शुक्रवार को जानकारी मिली है कि मामले में संज्ञान लेकर मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग की मुख्य पीठ भोपाल में प्रकरण पर सुनवाई करते हुए, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव कुमार टण्डन की एकलपीठ ने प्रथम दृष्टया मानव अधिकारों के उल्लंघन का मामला मानकर, जबलपुर के पुलिस अधीक्षक से मामले की जांच कराकर, की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
उल्लेखनीय है कि माढ़ोताल थाना क्षेत्र में आने वाले दीनदयाल बस स्टेण्ड में 6 तारीख की रात को आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने एक महिला को जबरदस्ती आटो में बैठा लिया था और उसके साथ चलते वाहन में दुष्कर्म करने का प्रयास किया था। पीडि़त महिला ने अपने साथ हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी महिला हेल्पलाइन में दर्ज कराई थी। इसके बाद महिला माढ़ोताल थाने भी पहुँची थी। महिला से सम्पर्क करने एवं बयान हेतु एक टीम मंडला गयी हुई थी।
—————
(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
