-प्रदेश के 673 केंद्रों पर चार लाख से अधिक अभ्यर्थी -नकल रोकने के लिए 220 उड़नदस्ते रहेंगे तैनात
चंडीगढ़, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा में सीईटी की परीक्षा के बाद अब अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) का आयोजन किया जाएगा। यह परीक्षा प्रदेश भर में 30 व 31 जुलाई को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में प्रदेश भर में चार लाख से अधिक अभ्यर्थी 673 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा देंगे। लेवल-3 (पीजीटी) की परीक्षा 30 जुलाई (बुधवार) को सायं 3:00 बजे से 5:30 बजे तक संचालित होगी। लेवल-2 (टीजीटी) की परीक्षा 31 जुलाई (वीरवार) को प्रात: 10:00 बजे से 12:30 बजे तक संचालित होगी। इसी दिन यानि 31 जुलाई (वीरवार) को सायं 3:00 बजे से 5:30 बजे तक लेवल-1 (पीआरटी) की परीक्षा संचालित होगी।
हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा एचटेट की परीक्षा आयोजित की जाएगी। नकल व अन्य अनियमितताओं पर रोक लगाने के लिए लगभग 220 उड़नदस्तों की नियुक्ति की गई है। एचटेट परीक्षा की ड्यूटी में कोताही बरतने वालों के विरुद्ध होगी सख्त कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पूर्व सघन चेकिंग भी होगी। इसके अलावा सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल कर दिए गए हैं, जिनके माध्यम से हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम से पैनी नजर रखी जाएगी। इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों में जैमर भी लगाए जाएंगे ताकि अनुचित साधनों का प्रयोग इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कोई ना कर सके। परीक्षा के दिनों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू रहेगी।
इस बीच हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले सभी उम्मीदवारों की मेटल डिटेक्टर के माध्यम से फ्रिस्किंग होगी और बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उम्मीदवारों के पास किसी प्रकार के अवैध सामग्री न हो। उन्होंने आगे बताया कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या असामाजिक गतिविधियों से बचने के लिए सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से बोर्ड मुख्यालय पर स्थापित हाईटैक कंमाड एंड कंट्रोल सेन्टर से परीक्षा केंद्रों की लाइव निगरानी की जाएगी। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता लगाया जा सके। परीक्षा केंद्रों के आस-पास पुलिस द्वारा पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे परीक्षा के दौरान अपना पहचान-पत्र पहनना सुनिश्चित करें तथा बोर्ड द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें और परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए हर संभव प्रयास करें। अपनी जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी और निष्पक्षता से निभाएं ताकि परीक्षा सुचारू रूप से आयोजित हो सके।
बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि नकल व अन्य अनियमितताओं पर सख्ती से रोक लगाने के लिए लगभग 220 प्रभावशाली उड़नदस्तों की नियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त प्रदेशभर में प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर पूर्ण समय के लिए ऑब्जर्वर भी नियुक्त किए गए हैं, जिसमें जिला प्रशासन का एक अधिकारी तथा शिक्षा बोर्ड का एक अधिकारी/कर्मचारी प्रतिनिधि के तौर पर शामिल है। उन्होंने आगे स्पष्ट रूप से कहा कि यदि किसी भी परीक्षा केंद्र पर कोई अभ्यर्थी या अधिकारी/कर्मचारी किसी प्रकार की धोखाधड़ी, गड़बड़ी या अपराध में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। किसी भी अधिकारी/कर्मचारी की लापरवाही या अविवेकपूर्ण आचरण को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
