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एचपीटीडीसी के होटल अब मेक माय ट्रिप पोर्टल पर दिखेंगे : बाली

एचपीटीडीसी के अध्यक्ष आरएस बाली पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए। और अन्य।

धर्मशाला, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने पर्यटन क्षेत्र में आधुनिक तकनीक और ऑनलाइन प्लेटफार्म का लाभ उठाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। निगम ने देश की अग्रणी ट्रैवल कंपनी मेक माय ट्रिप के साथ करार किया है। इस करार के बाद निगम के 56 होटल अब मेक माय ट्रिप प्लेटफार्म पर ऑनलाइन बुकिंग के लिए उपलब्ध होंगे।

बुधवार को धर्मशाला में एचपीटीडीसी मुख्यालय कश्मीर हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के पास राज्य के विभिन्न हिस्सों में बेहतरीन होटल मौजूद हैं, जिनमें देश-विदेश से आने वाले पर्यटक ठहरना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा अत्यंत आवश्यक है। मेक माय ट्रिप के साथ जुड़ने से निगम के होटलों को बड़ा बाजार मिलेगा और पर्यटक अपने घर बैठे इन होटलों की बुकिंग कर पाएंगे।

बाली ने बताया कि वर्ष 2023 में जब उन्हें निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, उस समय निगम घाटे में चल रहा था। निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने लगातार मेहनत कर निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार लाने का कार्य किया और उसके परिणामस्वरूप पिछले वर्ष निगम ने 107 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। उन्होंने कहा कि मेक माय ट्रिप के साथ किया गया यह समझौता निगम के लिए एक ऐतिहासिक और मील का पत्थर साबित होगा।

उन्होंने कहा कि इस करार से पर्यटन निगम को न केवल नई ऊंचाइयां मिलेंगी, बल्कि हिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों को भी गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी सेवाएं ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध हो सकेंगी। इससे प्रदेश में पर्यटन को भी नया आयाम मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग से संबंधित एक महत्वपूर्ण निर्णय के तहत हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के मुख्यालय को शिमला से धर्मशाला स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस बाबत निर्णय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में लिया गया था। इसके उपरांत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में इस निर्णय को अनुमोदन प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि धर्मशाला को प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर और अधिक सशक्त ढंग से स्थापित करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। साथ ही शिमला में भीड़भाड़ और प्रशासनिक दृष्टि से बेहतर प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय का स्थानांतरण आवश्यक था।

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(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया

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