
गुवाहाटी, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर असम फोटो पत्रकार संघ द्वारा गुवाहाटी प्रेस क्लब में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध साहित्यकार और कथाकार डॉ. अरुपा पाटंगिया कलिता ने कहा, “फोटोग्राफी एक ऐसा कार्य कर सकती है जो कई बार एक किताब भी नहीं कर सकती। एक तस्वीर ऐतिहासिक पल को हमेशा के लिए कैद कर लेती है।”
उन्होंने प्रख्यात फोटोग्राफर रोजर फिकनर की ‘वैली ऑफ द शैड ऑफ डेथ’ और भारत के सुप्रसिद्ध फोटोग्राफर रघु राय के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि फोटो पत्रकारिता का समाज निर्माण में गहरा महत्व है। डॉ. कलिता ने फोटो पत्रकारों से आह्वान किया कि वे आने वाली चुनौतियों का सामना करते हुए एक बेहतर समाज निर्माण की दिशा में कार्य करें।
इस अवसर पर तेजपुर के वरिष्ठ फोटो पत्रकार समीर कर को संघ की ओर से सम्मानित किया गया। उन्हें गामोछा, सेलेंग, स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र और 10 हजार रुपये की मानधन राशि भेंट की गई। सम्मान ग्रहण करते समय समीर कर भावुक हो उठे और उन्होंने अपने दिवंगत पिता को याद किया।
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में विभिन्न समाचार पत्रों और मीडिया संस्थानों के वरिष्ठ संपादक उपस्थित थे, जिनमें नियमिया बार्ता के संपादक नरेश कलिता, असमिया प्रतिदिन के सहयोगी संपादक अच्युत कुमार पटवारी, दैनिक जनभूमि के संपादक संजीव फूकन, असमिया खबर के मुख्य संपादक विश्वजीत दास, दैनिक पूर्वोदय के संपादक रवि शंकर रवि और प्रथम खबर के एडिटर-इन-चीफ प्रणय बरदलै प्रमुख थे।
असम फोटो पत्रकार संघ के सचिव रेब कुमार बोरा, कोषाध्यक्ष दिव्य ज्योति दास राभा और वरिष्ठ फोटो पत्रकार उत्पल बरुवा, रितुराज कोंवर, राजीव भट्टाचार्य, अब्दुल साजिद सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
