शिमला, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में सीएम, मंत्रियों और कैबिनेट रैंक प्राप्त व पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली के सरकारी आवासों पर आए लाखों रुपए के बिजली बिलों का मामला विधानसभा में खूब सुर्खियों में रहा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि कुछ मंत्रियों को पिछले 14 माह के बिजली बिल ज्यादा थमा दिए गए हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली को 6 लाख रुपए से अधिक का बिल जारी हुआ है जबकि वे शिमला में अधिकांश समय रहते भी नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिलों में पिछला एरियर जोड़ने और तकनीकी खामियों के कारण आंकड़े बढ़े हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में उपभोक्ताओं को सही बिल उपलब्ध करवाने के लिए स्मार्ट और प्री-पेड मीटर लगाए जाएंगे और खामियों को लेकर विभागीय जांच भी करवाई जाएगी।
बिजली बिलों का मामला एक दिन पहले भाजपा विधायक सुधीर शर्मा और केवल सिंह पठानिया द्वारा बिजली सब्सिडी छोड़ने को लेकर पूछे गए सवाल के दौरान सदन में उठा था। सरकार की ओर से दिए गए जवाब में खुलासा हुआ कि 10 माननीयों के सरकारी आवासों पर पिछले 14 माह में कुल 17 लाख 95 हजार 879 रुपए के बिजली बिल जारी हुए हैं। इसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शिमला स्थित सरकारी आवास ओक ओवर का 3 लाख 76 हजार 174 रुपए का बिल भी शामिल है।
सबसे अधिक 6 लाख 78 हजार 892 रुपए का बिल पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली के नाम पर दर्ज हुआ है। इस पर बाली ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत आज सदन में आपत्ति जताई और बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि विभागीय स्तर पर गंभीर चूक हुई है। बाली ने कहा कि या तो यह गलती से हुआ है या फिर किसी ने जानबूझ कर ऐसा किया है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अनुसार उन्हें वास्तविक रूप से 1.68 लाख रुपए का बिल देना था लेकिन गलती से 6.78 लाख का बिल जारी कर दिया गया। इसी तरह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओक ओवर का बिल भी 1.47 लाख के स्थान पर 3.76 लाख रुपए दिखाया गया।
बाली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस प्रकार के भारी-भरकम और गलत बिल उनकी छवि खराब करने वाले हैं। उन्होंने साफ किया कि आगे से वे निजी तौर पर अपने सरकारी आवास का बिजली बिल स्वयं अदा करेंगे। उन्होंने दावा किया कि वे पहले भी निजी स्तर पर सरकार को सालाना एक करोड़ 75 लाख रुपए का भुगतान करते हैं और अपने विधानसभा क्षेत्र की लगभग 170 स्ट्रीट लाइटों का बिजली बिल भी व्यक्तिगत रूप से भरते हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
