ग्वालपाड़ा (असम), 22 जून (Udaipur Kiran) । असम के हसीला बील (झील) में रविवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन के क्षेत्रीय दौरे के दौरान गुस्साए स्थानीय लोगों ने घेराव किया और बाद में पत्थरबाजी करते हुए उन्हें खदेड़ दिया। यह इलाका हाल ही में सरकारी अतिक्रमण हटाओ अभियान के चलते विवादों में है।
जैसे ही हुसैन का काफिला बेदखल क्षेत्र की ओर बढ़ा, आक्रोशित भीड़ ने रास्ता रोक दिया। लोगों ने चप्पल और बोतलें फेंककर विरोध जताया, जिससे सांसद को वापस लौटना पड़ा। उनके सुरक्षा दल ने स्थिति को देखते हुए तुरंत क्षेत्र छोड़ दिया।
यह विरोध केवल एक दौरे के खिलाफ नहीं था—बल्कि उन भावनाओं की अभिव्यक्ति थी जो लंबे समय से सुलग रही थीं। एक विस्थापित महिला ने चिल्लाकर कहा, “जब हम तबाह हो रहे थे, तब ये कहां थे? अब आकर क्या दिखावा कर रहे हैं?” वहीं एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “ऐसे सांसद की ज़रूरत नहीं जो संकट के समय लापता हो।”
प्रशासन की ओर से चल रहे अतिक्रमण हटाने के अभियान से कई परिवार उजड़ चुके हैं। सरकार इसे सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा बताती है, लेकिन प्रभावित लोग इसे अमानवीय और पक्षपातपूर्ण करार दे रहे हैं।
घटना के बाद से क्षेत्र में राजनीतिक बहस फिर तेज़ हो गई है। आलोचक पूछ रहे हैं कि जब ज़रूरत थी तब नेताओं ने चुप्पी क्यों साधी? प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
हसीला बील का यह मामला अब पुनर्वास, पारदर्शिता और न्यायसंगत कार्रवाई की मांगों के साथ और गहराता जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
