Haryana

पवित्र जोड़ा साहिब’ यात्रा का पलवल में हुआ भव्य स्वागत

पवित्र साहिब यात्रा का पलवल पहुंचने पर जोरदार स्वागत

पलवल, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सिख समुदाय की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक ‘पवित्र जोड़ा साहिब’ यात्रा शुक्रवार को गदपुरी मार्ग से पलवल पहुंची। यात्रा के आगमन पर पूरे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह का वातावरण दिखाई दिया। शहर में प्रवेश करते ही वातावरण ‘वाहे गुरु जी दा खालसा-वाहे गुरु जी दी फतेह’ और ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल’ के नारों से गुंजायमान हो उठा।

एसडीएम पलवल ज्योति के मार्गदर्शन में पूर्व विधायक दीपक मंगला, भाजपा जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला, गुरुद्वारा कमेटी शहर पलवल के उपप्रधान हरेंद्र सिंह, प्रशासनिक अधिकारी और समाज के गणमान्य नागरिकों ने यात्रा का ढोल-नगाड़ों, झांझ-मंजीरों, फूल मालाओं और पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर एल.डी. वर्मा, सचिन ग्रोवर, पंकज विरमानी, अजनीत कालरा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

पूर्व विधायक दीपक मंगला ने कहा कि ‘पवित्र जोड़ा साहिब’ के चरण पलवल में आने से यह भूमि धन्य हो गई है। उन्होंने कहा कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह ने अन्याय, अधर्म और अत्याचार के खिलाफ सदैव डटकर संघर्ष किया। उनका जीवन आदर्श और साहस का प्रतीक है, हमें उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। भाजपा जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना कर मानवता को अनुशासन, साहस और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उनके पांच सिद्धांत चरित्र निर्माण के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह का जीवन आज भी समाज को एकता और दृढ़ता का संदेश देता है।

यह 1500 किलोमीटर लंबी नौ दिवसीय यात्रा दिल्ली के गुरुद्वारा मोती बाग साहिब से शुरू हुई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसे फरीदाबाद से पलवल की ओर रवाना किया। ‘पवित्र जोड़ा साहिब’ यात्रा में गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप और पांच प्यारे साहिब भी शामिल हैं। पलवल से यह यात्रा आगे होडल की ओर रवाना हुई। गुरुद्वारा कमेटी पलवल के उपप्रधान हरेंद्र सिंह ने बताया कि यह यात्रा सिखों के दशम गुरु गोबिंद सिंह और माता साहिब कौर के पवित्र जोड़े ‘जोड़ा साहिब’ को लेकर पटना स्थित तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब तक जाएगी। वहां एक नवंबर को यात्रा का विधिवत समापन होगा। रास्ते में यह यात्रा आगरा, बरेली, लखनऊ, प्रयागराज और सासाराम होते हुए पटना पहुंचेगी।

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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग

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