
स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार की दिशा में अहम भूमिका निभा रहा हिसार का सुकून केंद्रहिसार, 5 अक्टूबर (राजेश्वर बैनीवाल)। हरियाणा सरकार की पहल पर शुरू किए गए सुकून केंद्र आज महिलाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुके हैं। जिला नागरिक अस्पताल हिसार के कक्ष संख्या 24 में स्थापित यह केंद्र अब तक 1540 से अधिक हिंसा पीड़ित महिलाओं और बच्चों को काउंसलिंग के माध्यम से सहायता प्रदान कर चुका है।जिला नागरिक अस्पताल में कार्यरत सुकून काउंसलर राहुल शर्मा का कहना है कि इन केंद्रों का संचालन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर के सहयोग से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे शारीरिक, मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न को रोकना तथा उन्हें न्याय और सुरक्षा प्रदान करना है। जिला सुकून काउंसलर का कहना है कि घरेलू हिंसा और नशा महिलाओं के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहे हैं। इससे महिलाएं न केवल शारीरिक और आर्थिक नुकसान झेलती हैं बल्कि मानसिक रूप से भी टूट जाती हैं। इसका प्रभाव उनके बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों पर भी पड़ता है। उनका कहना है कि हर महिला का जीवन मूल्यवान है, इसलिए समाज को मिलकर महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा की रोकथाम के लिए आगे आना चाहिए।राहुल का कहना है कि सुकून केंद्र में महिलाओं को निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, जिनमें उनके अधिकारों की जानकारी देना, आवश्यक डॉक्टरी जांच कराना, पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया में मदद, अपनी स्थिति बताने के लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करना, मुफ्त कानूनी सलाह देना और सरकारी सेवाओं से जोड़ना शामिल है। सितंबर 2025 में केंद्र के माध्यम से कई पीड़ित महिलाओं को सहायता प्रदान की गई।हिसार के सेक्टर 16-17 में रहने वाली 37 वर्षीय महिला वर्षों से पति की प्रताड़ना झेल रही थी। उसका पति किसी अन्य महिला के साथ रह रहा था और समय-समय पर पीड़िता के साथ मारपीट करता था। महिला ने सुकून केंद्र की शरण ली, जहां काउंसलिंग के माध्यम से उसे उसके अधिकारों के बारे में बताया गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने में सहायता दी गई। अब वह महिला कानूनी और सामाजिक रूप से सुरक्षित महसूस कर रही है।दूसरा मामला हिसार के भारत नगर का है, जहां 24 वर्षीय महिला के घर में पड़ोस के कुछ युवक नशे की हालत में घुस आए और उसके साथ छेड़खानी व मारपीट की। घायल महिला अपनी बहन के साथ सुकून केंद्र पहुंची, जहां उसका उपचार कराया गया और पुलिस अधीक्षक हिसार को शिकायत दर्ज करवाने में पूरा सहयोग प्रदान किया गया। राहुल शर्मा का कहना है कि हिंसा से महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सुकून केंद्र महिलाओं को न केवल हिंसा और उत्पीड़न से बाहर निकलने में मदद कर रहा है बल्कि उन्हें आत्मविश्वास, सुरक्षा और गरिमा के साथ जीवन जीने की नई दिशा भी दे रहा है। स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की नींव है और सुकून केंद्र इसी दिशा में एक मजबूत कदम है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
