

गुजविप्रौवि में अभियांत्रिकी दिवस तथा प्रौद्योगिकी दिवस के उपलक्ष्य पर सेमिनार
आयोजित
हिसार, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि भारत के युवाओं न केवल लाखों रोजगार
सृजित किए हैं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की नींव भी मजबूत की है। युवाओं की स्टार्ट-अप
व उद्यमिता ने ई-कॉमर्स का परिदृश्य बदला है। खान-पान को डिजिटल मंच से जोड़ा है। होटल
उद्योग को नई दिशा दी है और शिक्षा को गांव-गांव तक पहुंचाया है।
प्रो. नरसी राम बिश्नोई साेमवार काे विश्वविद्यालय में अभियांत्रिकी दिवस तथा प्रौद्योगिकी
दिवस के उपलक्ष्य पर ‘यूनिवर्सिटी टू स्टार्ट-अप : इग्नाइटिंग यंग माइंडस टू इनोवेट’ विषय पर आयोजित एक
सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालयों
की जिम्मेदारी है कि वे नवाचार को प्रोत्साहित करें, उद्यमिता को मार्गदर्शन दें और
युवाओं के सपनों को स्टार्ट-अप के रूप में पंख दें। हमें युवाओं को समझाना होगा कि
काम में सफलता सिर्फ इच्छाओं से नहीं मिलती, बल्कि उद्यम से ही कार्य सिद्ध होते हैं।
हरियाणा राज्य विज्ञान, नवाचार एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा हरियाणा सरकार के
विज्ञान एवं तकनीकी विभाग द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में साइंटिफिक एनालिसिस ग्रुप
डीआरडीओ, मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस, गर्वनमेंट ऑफ इंडिया दिल्ली के वैज्ञानिक ‘एफ’ डा. गुरजीत सिंह वालिया
मुख्य वक्ता के रूप में तथा आस्ट्रीया आईटी सर्विस नोएडा के संस्थापक एवं सीईओ नवीन
गबरानी विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. योगेश
चाबा, डीन एफईटी प्रो. संदीप आर्य, सीएसई विभागाध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश सांगवान व संयोजक
डा. सुनील वर्मा मंच पर उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता डा. गुरजीत सिंह वालिया ने अपने संबोधन में युवा उद्यमियों को
स्टार्ट-अप के लिए प्रेरित किया तथा बताया कि स्टार्ट-अप वास्तव में क्या होता है।
स्टार्ट-अप को कैसे शुरू कर सकते हैं तथा स्टार्ट-अप को शुरू करने के लिए कहां से कहां
से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. योगेश चाबा ने कहा कि अभियांत्रिकी केवल एक-दो क्षेत्रों
तक सीमित नहीं है, बल्कि अब अभियांत्रिकी में बहुत से क्षेत्र शामिल हो चुके हैं। संयुक्त
राष्ट्र संघ के 17 उद्देश्यों को प्राप्त करने में अभियांत्रिकी की अग्रणी भूमिका होगी।
डीन एफईटी प्रो. संदीप आर्य ने कहा कि प्रौद्योगिकी तेजी से बढ़ रही है। आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस भी प्रौद्योगिकी को बहुत अधिक प्रभावित कर रही है।
अध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश सांगवान ने स्वागत संबोधन किया तथा धन्यवाद प्रस्ताव
सुनीता बेनीवाल ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक डा. सुनीता बेनीवाल, सह-समन्वयक
डा. अनुपमा सांगवान व आयूष शर्मा भी उपस्थित रहे।
विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई मॉडल प्रदर्शनी
इलेक्ट्रोनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा इस दिन के उपलक्ष्य
पर मॉडल प्रदर्शनी तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों
द्वारा प्रदर्शनी में 28 मॉडल प्रदर्शित किए गए। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने
इस प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। डा. विजय पाल व डा. मनीषा इस प्रदर्शनी के संयोजक रहे
जबकि आयोजन के संयोजन डा. प्रियंका, डा. रितु डा. विनोद तथा डा. सुमित सरोहा रहे।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में आकाश, सौरभ व पियूश की टीम ने पहला, अंशुल व
सिमरन की टीम ने दूसरा, राहुल, अक्षय व मुकेश की टीम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
प्रोजेक्ट प्रदर्शनी में नवनीत, राहुल यादव व कृष्ण की टीम ने पहला तथा संदीप व हितेश
की टीम तथा जतिन जांगड़ा, अनुव व विश्वास की टीम ने संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त
किया। सोवित, अंशुल व तनिष्ठ की टीम ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
