
जैव प्रौद्योगिकी और पशु चिकित्सा विज्ञान के विशेषज्ञ होंगे शामिलहिसार, 26 जून (Udaipur Kiran) । यहां के लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) 3 से 5 दिसंबर तक होने वाले अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इस सम्मेलन का विषय ‘विज्ञान और समाज को जोड़ते हुए: सतत समग्र स्वास्थ्य के लिए जैव प्रौद्योगिकी’है। इस सम्मेलन का उद्देश्य विज्ञान, समाज और कृषि पशुपालन के बीच एक मजबूत सेतु स्थापित करना है, जिससे समग्र स्वास्थ्य और सतत विकास को बढ़ावा मिल सके।इस आयोजन की रूपरेखा गुरुवार काे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) नरेश जिंदल के नेतृत्व में तैयार की गई है, जो सम्मेलन के मुख्य संरक्षक भी हैं। सम्मेलन की तैयारियों के संबंध में कुलपति सचिवालय में आयोजित एक औपचारिक बैठक के दौरान, प्रोफेसर जिंदल ने सम्मेलन की प्रथम सूचना विवरणिका का औपचारिक विमोचन किया। विमोचन समारोह के दौरान, कुलपति ने कहा कि यह सम्मेलन भारत में पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन क्षेत्र के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आयोजन समिति की कार्य योजना का अवलोकन करते हुए सभी तैयारियों को समयबद्ध और व्यवस्थित ढंग से पूरा करने के निर्देश दिए।इस मौके पर सम्मेलन के संरक्षक तथा पशु चिकित्सा महाविद्यालय, लुवास के अधिष्ठाता डॉ. गुलशन नारंग ने बताया कि सम्मेलन में पशु चिकित्सा विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों की नवीनतम तकनीकों और अनुसंधानों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इससे छात्रों, शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों को लाभ मिलेगा और उन्हें वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त होगा। सम्मेलन की आयोजन सचिव तथा पशु जैव प्रौद्योगिकी विभागाध्यक्ष डॉ. सुशीला मान ने बताया कि इस सम्मेलन में देश-विदेश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, शिक्षाविद और छात्र-छात्राएं भाग लेंगे।सम्मेलन के दौरान आठ वैज्ञानिक सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें विविध विषयों पर अनुसंधान प्रस्तुतियां होंगी। इसके अतिरिक्त, एक विशेष सत्र किसानों, वैज्ञानिकों एवं पशु चिकित्सकों के बीच सीधा संवाद स्थापित करने के लिए निर्धारित किया गया है, ताकि जमीनी स्तर पर किसानों की समस्याओं को समझा और उनका समाधान किया जा सके। इस अवसर पर आयोजन समिति के सभी सदस्य भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप देने पर चर्चा की।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
