
अंतिम संस्कार के दौरान राजकीय सम्मान नहीं दिए जाने पर भाजपा सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारितहिसार, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) । सेवानिवृत कर्मचारी संगठन हिसार द्वारा जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर क्रांतिमान पार्क में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा की अध्यक्षता रविदास सभा के प्रधान एसपी चालिया ने की तथा संचालन राजबीर सिंधु ने किया।शोक सभा में दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिवहन विभाग से सेवानिवृत महाप्रबंधक उदयवीर सिंह दुहन, दिलबाग हुड्डा, किसान नेता शमशेर नम्बदार, महेंद्र सिंह स्याहड़वा व कर्मचारी नेता एमएल सहगल ने शुक्रवार काे कहा कि सत्यपाल मलिक ने अपने जीवनकाल में लोकसभा सांसद, राज्यसभा सदस्य तथा चार प्रदेशों के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दी। दिल्ली में हुए किसान आंदोलन का भी श्री मलिक ने खुला समर्थन किया। इसी तरह से उन्होंने आंदोलनकारी महिला पहलवानों के संघर्ष का भी पूरजोर समर्थन किया।वक्ताओं ने बताया कि पुलवामा हमले में 40 सैनिकों की शहादत से पूर्व श्री सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार को सैनिकों को सडक़ मार्ग की बजाय हवाई जहाज के माध्यम से भेजने की सलाह दी थी, जो स्वीकार नहीं की गई और यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हो गई। एमएल सहगल ने कहा कि सत्यपाल मलिक ने जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल रहते हुए बड़े प्रोजेक्ट की स्वीकृति प्रदान करने के लिए 150 करोड़ रुपए की रिश्वत को ठुकरा दिया था, जिसके कारण उन्हें केंद्र की भाजपा सरकार का उत्पीडऩ सहन करना पड़ा।सेवानिवृत कर्मचारी संगठन के मंडल संयोजक राजपाल नैन ने बताया कि शोक सभा में चौधरी सत्यपाल मलिक के निधन उपरांत दिल्ली में अंतिम संस्कार के अवसर पर सरकार के मंत्रियों व भाजपा नेताओं द्वारा दिखाए गए उपेक्षा पूर्ण व्यवहार और अंतिम संस्कार के दौरान राजकीय सम्मान नहीं दिए जाने को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।शोक सभा में सुरेंद्र मान, दिलबाग चौपड़ा, अशोक मलिक, प्रताप सिंह, रामबीर ढांडा, सतपाल शर्मा, सुरेश कुमार वाल्मीकि, सतबीर सिंह लौरा, रविंद्र दहिया, सुनील ढांडा, सतबीर पुनिया, वजीर लाडवा, बलराज सिंह सहरावत व सूरजमल सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
