
मोक्ष वृद्धाश्रम ने रेवाड़ी की महिला व बच्चे को परिवार से मिलवाया
हिसार, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । बुजुर्गों की निशुल्क देखभाल, सेवा व समुचित इलाज
में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे मोक्ष वृद्धाश्रम ने महिला रूबी व उसके चार वर्षीय
बेटे को परिवार से मिलवाकर अतुलनीय कार्य किया है। मोक्ष वृद्धाश्रम की संरक्षक माता पंकज संधीर व प्रधान विजय भृगु ने मंगलवार काे बताया
कि मानसिक रूप से परेशान और अवसादग्रस्त रूबी कुछ दिन पहले हिसार पहुंची थी और उसे
सेवा व संभाल के लिए मोक्ष वृद्धाश्रम के मंदबुद्धि महिला आश्रम में पहुंचा दिया गया।
यहां उसकी व उसके बच्चे की समुचित देखभाल की गई। इसके साथ उसके परिजनों को ढूंढने का
काम भी शुरू किया गया।विभिन्न प्रयासों के चलते रूबी के पति रेवाड़ी निवासी अनिल कुमार
का पता चला।
अनिल कुमार मोक्ष वृद्धाश्रम पहुंचे और उन्हें देखकर रूबी काफी खुश नजर
आई। रूबी व बच्चा प्रसन्नता के साथ रेवाड़ी के लिए रवाना हो गए। माता पंकज संधीर व
विजय भृगु ने बताया कि मोक्ष वृद्धाश्रम की शाखा मंदबुद्धि महिला आश्रम में मंदबुद्धि
महिलाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर नहीं दिया जाता बल्कि उनका समुचित इलाज करवाकर उन्हें
वापस परिवार में समायोजित करने का प्रयास किया जाता है।
इस तरह के कार्यों के लिए मोक्ष
वृद्धाश्रम पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मोक्ष वृद्धाश्रम के आश्रम में
मंदबुद्धि महिलाओं का रहना, खाना व इलाज निशुल्क किया जाता है। उन्होंने बताया कि मोक्ष
वृद्धाश्रम व मंदबुद्धि महिला आश्रम के संचालन में समाज के विभिन्न वर्गों का विशेष
योगदान रहता है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
