
हिसार, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के इंटीग्रेटेड बीएससी ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च-एमएससी केमिस्ट्री के चतुर्थ सेमेस्टर के 14 विद्यार्थियों ने मेट्रो फ्यूल्स प्लांट गांव चौधरीवास से इंटर्नशिप कोर्स किया। विद्यार्थियों ने इंटर्नशिप कोर्स पूरा होने के पश्चात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई से मुलाकात की, जिसमें विद्यार्थियों ने कुलपति से इंटर्नशिप कोर्स के अनुभव सांझा किए।कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस अवसर पर मंगलवार काे कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इंटर्नशिप के माध्यम से विद्यार्थियों में रोजगार के लिए कौशल विकास को बढ़ावा मिलता है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के मूल मंत्र को लेकर विद्यार्थियों में अनुशासन, अनुसंधान और अन्वेषण की भावना का विकास होता है। इंटर्नशिप के दौरान विद्यार्थियों को कंप्रेस्ड नेचुरल गैस की फॉर्मेशन, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर के फॉर्मेशन और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में प्रैक्टिकल जानकारी होना अत्यंत उपयोगी रहेगा। कुलपति ने विद्यार्थियों को इंटर्नशिप कंपलीशन सर्टिफिकेट्स देकर सम्मानित भी किया।मेट्रो फ्यूल्स सीएनजी प्लांट के डायरेक्टर राहुल गुप्ता एवं इंटर्नशिप करने वाले विद्यार्थियों ने रसायन विभागाध्यक्ष प्रो. सतबीर मोर एवं प्रो. सीपी कौशिक से भी मुलाकात की। प्रो. सतबीर मोर ने इंटर्नशिप कंप्लीट होने पर सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इंटर्नशिप के माध्यम से विद्यार्थियों में नेतृत्व की भावना एवं इंडस्ट्रियल वर्क का अनुभव होता है, जिससे विद्यार्थियों में टीम वर्क भावना को बल मिलता है।रसायन विभाग के इंटर्नशिप कोऑर्डिनेटर डॉ. महावीर प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत आने वाले अंडरग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के विद्यार्थियों को कम से कम 4 से 6 सप्ताह अथवा 120 घंटे का इंटर्नशिप कोर्स करना आवश्यक है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
