

गुजवि में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने किया ध्वजारोहणहिसार, 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप स्टेडियम में 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने ध्वजारोहण किया। विश्वविद्यालय के नाम अपने सम्बोधन में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने शुक्रवार काे कहा कि आजादी का पर्व केवल उत्सव नहीं, बलिदान और स्वाभिमान की अमरगाथा की स्मृति भी है। उन्होंने बलिदानियों को श्रद्धांजलि देते हुए भारत की सेनाओं को सलाम किया तथा ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने अदम्य साहस दिखाया है। उन्होंने कहा कि अब विश्व को पता चल चुका है कि भारत अपने स्वाभिमान व सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। भारत तीसरी विश्व शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। धरती पर ही नहीं अंतरिक्ष में भी हम अपनी धाक जमा चुके हैं। भारत अब तकनीकों का आयातक नहीं बल्कि निर्यातक भी बन रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकसित भारत की परिकल्पना साकार हो रही है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने तक्षशिला व नालंदा जैसे महान प्राचीन विश्वविद्यालयों का जिक्र करते हुए कहा कि विकसित भारत में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 इस दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। कुलपति ने गुजविप्रौवि की रैंकिंग तथा साइटेशंस का हवाला देते हुए बताया कि गुजविप्रौवि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई, कुलसचिव डा. विजय कुमार व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रजनी शर्मा, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे। इस अवसर पर एनएसएस, एनसीसी व सुरक्षा दस्ता द्वारा पेरेड प्रस्तुत की गई। एनसीसी विंग का नेतृत्व शुभम महलान ने, आर्मी विंग का कलपना पानू ने, एनएसएस का वंशिका, वाईआरएस की टुकड़ी का रितु ने तथा विश्वविद्यालय सुरक्षा दस्ते का एएसओ रमेश कुमार ने किया। युवा कल्याण निदेशालय के सौजन्य से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। खेल निदेशालय के सौजन्य से विश्वविद्यालय परिसर में रह रहे परिवारों के बच्चों की दौड़ प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। लड़कियों की दौड़ में पांच वर्ष तक आयु वर्ग में ओशी ने पहला, कोहिरा ने दूसरा तथा खनक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पांच से सात वर्ष के आयु वर्ग में मन्नत ने पहला, पुनिका यादव ने दूसरा तथा काशवी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वर्ष 7 से 9 आयु वर्ग में येशना पहले, आनया दूसरे व एकांशा तीसरे स्थान पर रही। वर्ष 9 से 11 आयु वर्ग में अनवी ने प्रथम, आंशू ने द्वितीय व पारीधी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वर्ष 11 से 13 आयु वर्ग में कुसुम पहले, वनी दूसरे तथा अनुपमा तीसरे स्थान पर रही। लड़कों की दौड़ प्रतियोगिता में 5 वर्ष तक के आयु वर्ग में देव ने पहला, रेहांश ने दूसरा व सिवांश ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वर्ष 5 से 7 के आयु वर्ग में हर्ष ने पहला व पूरव ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान गर्वित व ईशू ने प्राप्त किया। वर्ष 7 से 9 आयु वर्ग में अंजय पहले, राघव दूसरे व तथा दिविज तीसरे स्थान पर रहे। वर्ष 9 से 11 आयु वर्ग में गौरव ने प्रथम, देविश ने द्वितीय तथा पियूश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वर्ष 11 से 13 आयु वर्ग में संचित ने पहला, नव राज ने दूसरा व इशांत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 13 से 15 वर्ष आयु वर्ग में देविक ने पहला, आनंद ने दूसरा तथा आशीष व आयूष ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
