

सीआरएम जाट महाविद्यालय का रहा कबड्डी प्रतियोगिता में दबदबा
महिला तथा पुरुष दोनों वर्गों में जीती प्रतियोगिता
हिसार, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि हिसार के खिलाड़ी खेलों में अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर पहचान बना रहे हैं। विकसित भारत @2047 के संकल्प को सार्थक करने के लिए मानव
संसाधन का स्वस्थ एवं ऊर्जामयी होना आवश्यक है। मानव संसाधन को स्वस्थ रखने के लिए
खेलों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
प्रो. नरसी राम बिश्नोई साेमवार काे विश्वविद्यालय के खेल निदेशालय के सौजन्य से हुई इंटर
कॉलेज महिला व पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता के समापन पर विजेता टीमों को सम्मानित कर रहे
थे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि गुजविप्रौवि अपने विद्यार्थियों को खेलों
के प्रति प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के लिए
खेलों में भाग लेना अनिवार्य किया है। इससे विद्यार्थियों की खेलों की छिपी प्रतिभा
भी बाहर आएगी। उन्होंने कहा कि खेलों में केवल जीत हार मायने नहीं रखती बल्कि खेलों
में भाग लेना ज्यादा महत्वपूर्ण है। प्रतियोगिता के दौरान इंटर यूनिवर्सिटी खेल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए
विश्वविद्यालय की टीम का चयन किया गया। चयनित खिलाड़ियों में सीआरएम जाट महाविद्यालय,
हिसार के अंकित, आदेश, रोबिन, विशाल, कपिल, आर्यन, मोहित, हन्नी व अमन, राजकीय महाविद्यालय
हिसार के मोहित, राजकीय महाविद्यालय, हांसी के विशाल, राजकीय महाविद्यालय नलवा के अंकुश,
साहिल व विजय शामिल हैं। इसके अतिरिक्त यूटीडी के प्रवीन व राजकीय महाविद्यालय, नलवा
के आशीष को स्टेंडबाई रखा गया है। इस अवसर पर खेल निदेशालय के डीन प्रो. आशीष अग्रवाल,
निदेशक डा. एसबी लूथरा, सहायक निदेशक डा. मृणालिनी नेहरा तथा कोच उपस्थित रहे।
महिला तथा पुरुष दोनों वर्गों में सीआरएम जाट महाविद्यालय ने जीती कबड्डी प्रतियोगिता
महिला वर्ग में सीआरएम जाट महाविद्यालय, हिसार की टीम प्रथम, एसडी महिला महाविद्यालय,
हांसी की टीम द्वितीय तथा फतेहचंद महाविद्यालय, हिसार की टीम तृतीय स्थान पर रही। पुरुष वर्ग में सीआरएम जाट महाविद्यालय, हिसार की टीम ने प्रथम व राजकीय महाविद्यालय,
नलवा की टीम दूसरा स्थान प्राप्त किया। राजकीय पीजी महाविद्यालय, हिसार की टीम ने तीसरा
स्थान प्राप्त किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
