
हिसार, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । देश के सर्वोच्च न्यायालय
के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर वकील द्वारा किए गए हमले का प्रयास देश के संविधान
पर हमला है। लगभग 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर द्वारा सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश
बीआर गवई पर सनातन धर्म के नाम पर जूता फेंक कर मारने व बेइज्जती करने का प्रयास किया
गया है। यह घटना बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। जब कानून की पैरवी करने वाले वकील
ही इस तरह की मानसिकता के साथ कार्य करेंगे तो वे किस प्रकार से निष्पक्ष काम कर सकेेंगे।
यह बात हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी लीगल डिपार्टमेंट
के प्रदेश चेयरमैन एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने मंगलवार काे कही। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास
में सर्वोच्च न्यायालय में मुख्य न्यायधीश के साथ ऐसा पहली बार हुआ है। ऐसी घटनाओं
के लिए धर्म और जाति पाति के नाम पर राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी जिम्मेवार
है, जो देश के लोगों में धर्म और जाति पाति का जहर घोलने का काम कर रही है। इसी का परिणाम
है कि आज धर्म की आड़ में लोग संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम कर रहे हैं। यह हमला
चीफ जस्टिस पर नहीं, बल्कि देश के संविधान पर किया गया हमला है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
