
जम्मू, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के हिंदी विभाग एवं अन्य भारतीय भाषाएँ तथा हिंदी प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी पखवाड़े का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन समारोह माननीय कुलपति प्रो. संजीव जैन के मार्गदर्शन और प्रेरणा से आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के हिंदी विभाग के प्रो. चंद्रकांत सिंह थे। विशेष अतिथियों में प्रो. यशवंत सिंह (रजिस्ट्रार), प्रो. रितु बक्शी (डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर), प्रो. भरत भूषण (विभागाध्यक्ष, हिंदी) और डॉ. प्रियंजन (सहायक निदेशक, हिंदी प्रकोष्ठ) शामिल रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और शोधार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रो. भरत भूषण ने हिंदी पखवाड़े के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
अपने संबोधन में रजिस्ट्रार प्रो. यशवंत सिंह ने कहा कि हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति का प्रतीक और भारत माता की आत्मा है। प्रो. रितु बक्शी ने हिंदी को सरल और सुलभ भाषा बताते हुए कहा कि यह सीमाओं से परे जाकर वैश्विक स्तर पर सम्मान पा चुकी है। मुख्य अतिथि प्रो. चंद्रकांत सिंह ने हिंदी को विभिन्न बोलियों और लोकसंस्कृति का दर्पण बताते हुए इसे कमल के फूल से तुलना की, जिसकी पंखुड़ियाँ अन्य भारतीय भाषाएँ हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी का भविष्य विश्व स्तर पर उज्ज्वल है और इसके लिए युवाओं को हिंदी सैनिक बनने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर छात्र प्रतियोगिताओं के निर्णायक प्रो. परमहंस सिंह, डॉ. अमन भारद्वाज और डॉ. अमिता गुप्ता को सम्मानित किया गया। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ. वंदना शर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रियंजन ने प्रस्तुत किया। हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत 30 सितम्बर तक निबंध, भाषण, क्विज़, टाइपिंग, ड्राफ्टिंग आदि प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी। कार्यक्रम में संकाय सदस्य, अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
