
शिमला, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने गुरूवार काे यहां हिमुडा (हिमाचल प्रदेश शहरी विकास प्राधिकरण) की कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह नवाचार का युग है और हिमुडा को अपनी कार्य प्रणाली में नवीन सोच और तकनीक का समावेश करते हुए योजनाओं को आधुनिक स्वरूप देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सतत विकास और सुनियोजित शहरीकरण को ध्यान में रखते हुए राज्य में योजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हरित पहल को प्राथमिकता देते हुए हिमुडा को सभी परियोजनाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। परियोजनाओं में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए ऑनलाइन प्रणाली विकसित की जाएगी, जिससे कार्यप्रणाली और पारदर्शी तथा तेज हो सके।
मंत्री धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं की नवाचारी सोच को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि देने पर विचार कर रही है। इससे राज्य में स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बल मिलेगा। उन्होंने हिमुडा को स्टार्ट-अप और प्रशिक्षुता के क्षेत्र में पहल करते हुए स्टार्ट-अप फंड की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हिमुडा द्वारा प्रदेश के नागरिकों को किफायती, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करवाने का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। चूंकि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है, इसलिए परियोजनाएं पारिस्थितिकी तंत्र को ध्यान में रखते हुए पूर्ण की जानी चाहिए ताकि आमजन और निवेशकों का हिमुडा पर विश्वास और अधिक बढ़े।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
