HimachalPradesh

हिमाचल की विरासत और शहीदों की गाथाएं अब स्कूल की किताबों में पढ़ाई जाएंगी

शिमला, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। आगामी शैक्षणिक सत्र से कक्षा 6 से 12 तक की एनसीईआरटी पुस्तकों को हिमाचल की स्थानीय संस्कृति और विरासत के अनुरूप बनाया जाएगा।

एक सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके तहत किताबों में प्राचीन मंदिरों, मठों, किलों, ऐतिहासिक आंदोलनों, पारंपरिक कला, बोलियों, लोक उत्सवों और शहीदों की गाथाएं शामिल की जाएंगी। राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों जनरल जोरावर सिंह, वज़ीर राम सिंह पठानिया और डॉ. वाई.एस. परमार के योगदान के साथ-साथ कैप्टन विक्रम बतरा, मेजर सोमनाथ शर्मा और कैप्टन सौरभ कालिया जैसे शहीदों को भी विशेष अध्यायों में स्थान मिलेगा।

प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए सरकारी स्कूलों में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू करने का निर्णय लिया है। यह कदम छात्रों को आधुनिक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा। इसी कड़ी में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम शुरू किया गया है। इस वित्त वर्ष शिक्षा के लिए 9,849 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय आदर्श डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें स्मार्ट क्लासरूम, पुस्तकालय और खेल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अब तक 850 संस्थानों को उत्कृष्ट श्रेणी में घोषित किया गया है। वहीं, डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना से छात्रों को एक प्रतिशत ब्याज पर 20 लाख रुपये तक की शिक्षा ऋण सुविधा दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने 5,400 से अधिक अध्यापकों और शिक्षा विभाग में 7,000 से अधिक पद भरे हैं। साथ ही शिक्षकों और छात्रों को देश-विदेश में शैक्षणिक भ्रमण पर भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री बाल पोषाहार योजना से 15,000 स्कूलों में 5.35 लाख बच्चों को पौष्टिक भोजन मिल रहा है।

प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल ने 99.30 प्रतिशत साक्षरता दर हासिल कर देश में मिसाल कायम की है। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में प्रदेश 21वें पायदान से छलांग लगाकर 5वें स्थान पर पहुंचा है। असर रिपोर्ट 2025 में भी हिमाचल के बच्चों की पढ़ने की क्षमता देश में सबसे बेहतर आंकी गई है।

—————

(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

Most Popular

To Top