HimachalPradesh

हिमाचली लेखक डॉक्टर पुनीत गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भेंट कीअपनी पुस्तक

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को अपनी पुस्तक भेंट करते हुए।

मंडी, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारत सरकार के सांस्कृति मंत्रालय द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में भारत की ज्ञान बिरासत पर आयोजित ज्ञान भारतम अंतर्राष्ट्रीय समेल्लन में मंडी के कैंसर विशेषज्ञ और प्रसिद्ध विद्वान डॉक्टर पंकज गुप्ता ने हड़प्पा सभ्यता पर लिखी अपनी पुस्तक को केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पतंजलि आयुर्वेदिक के सह संस्थापक और प्रबन्ध निदेशक आचार्य बाल कृष्ण को भेंट की। इस अवसर पर डॉक्टर पुनीत गुप्ता ने अपनी किताब में हड़प्पा सभ्यता के दौरान लिखी गई पांडुलिपियों के रहस्य को उजागर किया है।

उन्होंने पाया की हड़प्पा सभ्यता लगभग 8000 साल पुरानी है और यह सभ्यता सिंधु नदी के किनारे विकसित हुई हड़प्पा सभ्यता मिस्र और मेसोपोटामिया सभ्यता से भी पुरानी है। हड़प्पा सभ्यता के दौरान लगभग 10 लाख किलोमीटर क्षेत्र में एक पांडुलिपि और एक जैसे वेइंस सिस्टम विद्यमान था। हड़प्पा सभ्यता की पांडुलिपि को भारत, पाकिस्तान,अफ़ग़ानिस्तान,ईरान,इराक, सऊदी अरब ,ओमान , यमन सहित विश्व के बड़े हिस्से में प्रयोग किया जाता रहा है। इस समय की अरबी हस्तलिपि तत्कालीन सिंधु हस्तलिपि से काफी मिलती जुलती है। आधुनिक कोरिया, थाई, तिब्बती, तेलगु, कन्नड़ आदि हस्तलिपियां हड़प्पा सभ्यता की पांडुलिपियों से काफी समानता रखती है।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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