शिमला, 03 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी, पार्टी प्रवक्ता बलबीर वर्मा और मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कांग्रेस सरकार पर केंद्र से मिले फंड के समुचित उपयोग न कर पाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार केंद्र से धन मांगने में तो आगे रहती है, लेकिन उसके सही उपयोग और हिसाब देने में नाकाम रही है।
भाजपा नेताओं ने वीरवार काे एक बयान में कहा कि आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत वर्ष 2021 से 2025 तक के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल को 360 करोड़ 11 लाख रुपये जारी किए हैं, लेकिन राज्य सरकार अब तक केवल 78 करोड़ रुपये ही खर्च कर सकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर कोई कमी है तो वह राज्य सरकार की कार्यशैली और प्रबंधन क्षमता में है, न कि केंद्र की ओर से।
नेताओं ने यह भी बताया कि इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में 73 ब्लॉक-स्तरीय पब्लिक हेल्थ यूनिट बनाए जाने थे, लेकिन अब तक केवल छह ही यूनिट बन पाई हैं और 14 यूनिट के लिए ही टेंडर जारी हो पाए हैं। वहीं आठ क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित की जानी थीं, जिनमें रोहड़ू, रिकांगपिओ, घवांडल, टांडा, मंडी और पांवटा साहिब के अस्पताल शामिल हैं, लेकिन इनमें भी प्रगति बेहद धीमी है।
भाजपा नेताओं ने 15वें वित्त आयोग से प्राप्त 521 करोड़ रुपये के फंड का भी जिक्र किया, जिसमें से प्रदेश सरकार सिर्फ 128 करोड़ 62 लाख रुपये ही खर्च कर पाई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार फंड का उपयोग ही नहीं करेगी, तो वह अंततः लैप्स होकर वापस चला जाएगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 25 मई को दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से मिले थे और वित्तीय सहायता की मांग रखी थी। नड्डा ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो पैसा दिया गया है, उसका पहले उपयोग करें, फिर आगे की सहायता भी मिलेगी। मुख्यमंत्री के आग्रह पर केंद्र सरकार ने जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी परियोजना के तहत 30 जून को 1138 करोड़ रुपये मंजूर किए, जिसमें से 1024 करोड़ रुपये ग्रांट इन एड के रूप में हैं और शेष सस्ते लोन के रूप में दिए गए हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी है। अगर विकास में रुकावट है तो वह कांग्रेस सरकार की नाकामी और प्रशासनिक अयोग्यता के कारण है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
