
शिमला, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि हिमाचल प्रदेश में कैंसर उपचार सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए 18 डे-केयर कैंसर केंद्रों को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और मंडी के श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज को भी कैंसर देखभाल व अनुसंधान के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि यह कदम हिमाचल के लोगों को नजदीक ही बेहतर कैंसर जांच, उपचार और अनुसंधान सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री डॉ. सिकंदर कुमार ने सदन में हिमाचल में कैंसर अनुसंधान केंद्र स्थापित करने और प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की पहचान के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पर सवाल उठाया था।
इसके जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देशभर में विशिष्ट कैंसर देखभाल केंद्रों को मजबूत करने की योजना लागू कर रही है, जिसके तहत राज्य कैंसर संस्थानों के लिए 120 करोड़ रुपये और विशिष्ट कैंसर देखभाल केंद्रों के लिए 45 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल में पहले से ही 12 जिला एनसीडी क्लीनिक, 108 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एनसीडी क्लीनिक और 12 जिला कैंसर देखभाल केंद्र कार्यरत हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की कैंसर सहित गैर-संचारी रोगों के लिए स्क्रीनिंग की जा रही है।
प्रतापराव जाधव ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये तक का सालाना स्वास्थ्य कवर उपलब्ध है, जिसमें कैंसर का उपचार भी शामिल है। हाल ही में 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को बिना आय सीमा के इस योजना में शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत कैंसर के इलाज के लिए सस्ती व गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
