

दतिया, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है, इससे हल्की सर्दी भी शुरू हुई, परन्तु लगातार 24 घण्टे बारिश होने से किसानों की खेतों में खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान हो गया। किसानों की हालत यह हो गई कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा कि वे क्या करें। कुछ किसानों के यहां अगले माह शादी विवाह होना थी और उन्हें आशा थी कि धान की फसल बैचकर वह शादी विवाह करेंगे, परन्तु मौसम की मार से वह वर्वाद हो गये।
जानकारी के लिए बता दें कि दतिया जिले में सोमवार को हुई तेज बारिश से किसानों को भारी नुक्सान हुआ। जब हिस प्रतिनिधि उनाव ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचे तो किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल कटने को तैयार थी परंतु पानी की वजह से फसल खेत में ही खड़ी रह गई है कुछ नीचे गिर गई है। जिनकी फसल कुछ दिनों बाद कटनी थी परंतु बारिश के कारण पूरी फसल नष्ट हो चुकी है जिनका लगभग 60 से 70 फीसदी नुकसान हुआ है उन्होंने जिलाधीश से गुहार लगाई है यहां आकर जायजा करें और कुछ राहत की दें किसान रहीश यादव जिनकी फसल 2 दिन बाद कटनी थी परंतु बारिश और हवा के कारण फसलों को बहुत ही नुकसान हुआ है किसान रहीश यादव ने मध्य प्रदेश के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव से गुहार लगाई है पानी और हवा के चलते 70 फ़ीसदी किसानों को भारी नुकसान हुआ है अगर किसान फसल बीमा मिल जाए तो थोड़ी बहुत राहत होगी।
इस संबंध में जिला दतिया कृषि बिभाग के जिला गवर्निगँ बोर्ड सदस्य मनीराम शर्मा का कहना है कि जलवृष्टि के कारण धान की फसल गिर जाने साथ ही फसल टूटने के कारण बाँली पकना अब सम्भव नही है । किसान को बहुत बडी क्षति हो चुकी है। समूचे जिले मे बर्षा से किसान को भारी क्षति हुयी है। प्रशासन द्बारा आँकलन करके राहत राशि किसान को सहायता के रुप में दिलाने के प्रयासं करने चाहिऐ।
नुक़सान के सर्वे के लिए दिए तात्कालिक निर्देश
जिले में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण किसानों की फसलें व्यापक रूप से प्रभावित हुई हैं। स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर दतिया स्वप्निल वानखडे ने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों, तहसीलदारों तथा राजस्व एवं कृषि विभाग के मैदानी अमले को तत्काल प्रभाव से फसल नुकसान का सर्वे प्रारंभ करने के निर्देश जारी किए हैं।
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा