सीएम फडणवीस दिए जरूरी निर्देश
मुंबई. 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । महाराष्ट्र में फिर तूफानी बारिश ने सूबे के कई हिस्सों में भारी नुकसान पहुंचाया है। नदी और बांधों के ऊफान पर आने से निर्माण हुई बाढ़ की स्थिति के कारण कोकण, मराठवाडा और मध्य महाराष्ट्र के कई जिलों में फसलों-बागानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को बाढ़ प्रभावित जिलों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य के जरूरी निर्देश दिए हैं।
भारी बारिश के कारण किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। कई गांवों से संपर्क टूट गया है। एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश की तीव्रता और बढ़ने की संभावना जताई है। बुधवार से बारिश से राहत मिलने का अनुमान है। राज्य के 7 जिलों में रेड अलर्ट तो वहीं कई अन्य जिलों के लिए सीएमओ से मिली जानकारी के अनुसार, धाराशिव जिले के 6 गांवों का संपर्क टूट गया है। वहां 88 घर ढह गए हैं। 3615 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। संभाजी नगर जिले के 68 राजस्व मंडलों में अति वृष्टि हुई है। जिले में 133 पक्के और 291 कच्चे घर ढह गए हैं। बाढ़ पीड़ितों के लिए पैठण तहसील में स्कूलों और मंगल कार्यालयों में रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है। हिंगोली जिले के 23 मंडलों में आसमानी आफत का कहर देखने को मिला है। यहां 10 गांवों का संपर्क टूट गया है। विभिन्न हादसों में 13 लोगों की मौत हुई है। परभणी जिले में 17 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। परभणी में 203 मकान ढह गए हैं जबकि 6 लोगों और कई पशुओं की मौत हुई है। इसी तरह नांदेड, लातूर और जालना में भी भारी नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। सभी व्यवस्थाएं जिलाधिकारियों की ओर से की जा रही हैं। मराठवाड़ा में एक दिन में 113 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है। जिन इलाकों में मवेशियों के चारे की समस्या पैदा हुई थी, जिलाधिकारी के मार्फत चारे की व्यवस्था कर दी गई है। सरकार पहले ही 2 हजार करोड़ रुपयो जारी कर चुकी है। लोगों के भोजन-पानी और रहने की व्यवस्था की जा रही है। राशन किट का वितरण किया जा रहा है। पूरी सरकारी मशीनरी लोगों की मदद के लिए काम कर रही है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
