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हाईकोर्ट में एसडीएम ऊना की अग्रिम जमानत पर सुनवाई छह अक्तूबर तक टली

शिमला, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में शुक्रवार को ऊना के एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। यह मामला न्यायाधीश राकेश केंथला की अदालत में लगा। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अगली सुनवाई अब सोमवार, छह अक्तूबर को निर्धारित की है।

गौरतलब है कि ऊना की एक युवती ने एसडीएम चौहान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती ने सदर थाना ऊना में दी शिकायत में कहा है कि अधिकारी ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया और बाद में ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी अधिकारी कार्यालय से नदारद है। एसडीएम कार्यालय में रोजमर्रा के कार्य करवाने आने वाले लोग अधिकारी की गैरहाजिरी से हैरान हैं।

पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत के बताया कि उसकी मुलाकात एसडीएम चौहान से इंटरनेट मीडिया के जरिये हुई थी। वह एम फार्मा की पढ़ाई कर रही है और ताइक्वांडो खिलाड़ी भी है। युवती ने कहा कि अधिकारी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।

शिकायत में कहा गया है कि आरोपी अधिकारी ने बाद में एक वीडियो का हवाला देकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इसके जरिये वह उसे बार-बार शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता रहा। जब उसने शादी का जिक्र किया तो एसडीएम ने साफ कह दिया कि उसकी सगाई कहीं और हो चुकी है। बातचीत धीरे-धीरे कम कर दी गई और जब युवती उसके घर पहुंची तो उसे बाहर निकाल दिया गया।

युवती ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी ने शिकायत वापस लेने का दबाव डाला। उसके बाद एक हरियाणा नंबर की कार उसका पीछा करने लगी, जिसे उसने कई बार अधिकारी के घर के बाहर खड़ा भी देखा।

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसने इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई थी। इसकी जानकारी आरोपी को भी मिल गई। इसके बाद से ही उसने धमकियां देनी शुरू कर दीं और उसे डराने-धमकाने लगा।

पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और धमकाने के गंभीर आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की है और मामले की जांच जारी है। उधर, आरोपी अधिकारी पिछले कई दिनों से भूमिगत हो गया है। आरोपी 2017 बैच का एचएएस अधिकारी है।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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