
झज्जर, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा राज्य के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जियो फेसिंग आधारित उपस्थिति प्रणाली के विरोध में सोमवार को यहां काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही एनएचएम कर्मचारियों को हर महीने समय पर वेतन देने की मांग की गई। इस अवसर पर हुई बैठक में यह तय किया गया कि अगर सरकार द्वारा जियो फेसिंग आधारित उपस्थिति प्रणाली को वापस नहीं लिया गया, तो 4 अगस्त को सुबह 10 से 11 बजे तक प्रदेशभर में एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
यह निर्णय स्वास्थ्य विभाग अधिकारी-कर्मचारी तालमेल कमेटी की वर्चुअल राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता डॉ राजेश ख्यालिया (प्रधान, एचसीएमएस एसोसिएशन) ने की। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सभी जिला मुख्यालयों पर सिविल सर्जन कार्यालयों के बाहर गेट मीटिंग आयोजित कर ज्ञापन सौंपे जाएंगे। आंदोलन की अगली रणनीति के लिए 10 अगस्त को पुनः बैठक कर नए आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
तालमेल कमेटी से अलग अलग संगठनों के प्रधानों ने बताया कि पूर्व में आठ जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव को इस विषय में ज्ञापन सौंपा जा चुका है, जिसकी प्रति अतिरिक्त मुख्य सचिव, महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं व एनएचएम निदेशक को भी दी गई थी। मंत्री द्वारा सकारात्मक आश्वासन दिए जाने के बावजूद कुछ अधिकारी अपने स्तर पर टकराव की स्थिति बना रहे हैं।
कर्मचारी नेताओं का तर्क है कि जब पहले से ही बायोमेट्रिक प्रणाली कार्यरत है, तो जियो फेसिंग जैसी निजता का उल्लंघन करने वाली प्रणाली लादना गैर-व्यावहारिक और असंवैधानिक है। यह माननीय उच्चतम न्यायालय के निजता संबंधी आदेशों का उल्लंघन भी है।स्वास्थ्य कर्मियों ने सवाल उठाया कि कोविड काल में सम्मान पाने वाले चिकित्सकों और कर्मचारियों को आज इस प्रकार केवल स्वास्थ्य विभाग में ही टारगेट करना दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि अन्य किसी विभाग पर ऐसा आदेश लागू नहीं किया गया।
एचसीएमएस एसोसिएशन से डॉ. अजय सिंगला, डॉ. गुरजीत सिद्धू, डॉ. यसपाल मोमिया, डॉ. मोहित, डॉ. सुरेन्द्र दहिया और एनएचएम एसोसिएशन के महासचिव डॉ. अरुण कुमार ने भी प्रदर्शन में भाग लिया। नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन की जिला प्रधान अंजू चाहार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
एनएचएम कर्मियों ने अपनी लंबित वेतन और अन्य मांगों को लेकर भी सरकार के प्रति आक्रोश जताया। उन्होंने बताया कि पिछले 3–4 महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण घर चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है एनएचएम की मांगों को लेकर राज्य स्तर पर हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव को ज्ञापन भी शोभा गया था और अपनी मांगों के बारे में बताया गया था लेकिन अभी तक कोई भी मांग नहीं हो पाई है इसको माना जाए तो कर्मचारियों का हनन हो रहा है जिस दिन प्रतिदिन कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
