चंडीगढ़, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा सरकार ने दीपावली की पूर्व संध्या पर राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को छोटी दीपावली के दिन बड़ी राहत दी है। प्रदेश सरकार ने गन्ने के दामों में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। अगेती किस्म के गन्ने का रेट 400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 415 रूपए प्रति क्विंटल किया गया है, जबकि पछेती किस्म के गन्ने का रेट 393 रूपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 408 रूपये प्रति क्विंटल किया गया है।
गन्ने के दामों में 15 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ोतरी कर हरियाणा देश में गन्ने का सबसे ज्यादा रेट देने वाला राज्य बन गया है। पिछले साल नवंबर में पंजाब सरकार ने हरियाणा सरकार से एक रुपया अधिक बढ़ाकर अपने राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को 401 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का रेट दिया था।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गन्ने के दामों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। राज्य में नवंबर में गन्ने की पेराई के लिए चीनी मिलें चालू हो जाएंगी। पिछले साल राज्य में 88.6 लाख टन गन्ने का उत्पादन हुआ था।
हरियाणा में कुल 14 चीनी मिलें हैं, जिनमें 11 सहकारी और तीन निजी क्षेत्र की चीनी मिलें हैं। एक क्विंटल गन्ने से साढ़े नौ किलो चीनी निकलने का औसत है। सहकारिता मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने चीनी मिलों को गन्ने की पेराई के दौरान चीनी उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य प्रदान किया है। साथ ही कहा है कि गन्ना किसानों को उनके भुगतान में समस्या नहीं आनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि 2025-26 सीज़न के लिए केंद्र सरकार ने उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 355 प्रति क्विंटल तय किया है। कुछ राज्य अपने स्वयं के परामर्श मूल्य (एसएपी) तय करते हैं। उदाहरण के लिए पंजाब में 401 रुपये प्रति क्विंटल और हरियाणा में अब 415 रुपये क्विंटल गन्ने का रेट है।हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने इस फैसले को किसानों के हित मे करार देते हुए कहा कि हरियाणा देश मे गन्ने की सर्वाधिक कीमत दे रहा है। यहां पहले से ही 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदा जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
