Uttrakhand

परिजनों से बिछड़े हुए कांवड़ियों का सहारा बन रही हरिद्वार पुलिस

बच्चा परिजनों को सौंपते हुए
खोए हुए बच्चे परिजनों को सौंपते हुए

हरिद्वार, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । कांवड़ यात्रा में अपनों से बिछड़े कांवड़ियों को तलाश कर परिजनों से मिलवाने का कार्य कर हरिद्वार पुलिस पुण्य कमा रही है। शानिवार को मुजफ्फरनगर निवासी खुशी (8) नाम की एक कांवड़िया अपने परिजनों से बिछड़ गई। जिसे आसपास के लोगों द्वारा नारसन बॉर्डर चौकी पर लाया गया। काफी मशक्कत व खोजबीन करने के बाद भोली के पिताजी सचिन पुत्र पूर्ण ग्राम टोडा कल्याणपुर थाना रतनपुरी जिला मुजफ्फरनगर का मोबाइल नंबर प्राप्त हुआ। भोली के पिताजी से मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उन्हें चौकी पर बुलाया गया तथा भोली को उसके पिताजी के सकुशल सुपुर्द किया गया।

कांवड़िए दीपक द्वारा पुलिस सहायता केंद्र नहर पुल मंगलौर पर ख़ुद की साली माही उम्र 10 वर्ष के बिछड़ने की सूचना पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लड़की की तलाश शुरू की और गुड़ मंडी के पास उसे सकुशल ढूंढ कर उसके जीजा के सुपुर्द किया गया। पुलिस टीम में अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी तथा कांस्टेबल पुनीत सेमवाल,राजेंद्र नेगी शामिल रहे।

आज एक बच्चा तन्नु उम्र लगभग 4 साल, पुलिस सहायता केंद्र नहर पुल मंगलौर पर रोता हुआ मिला। जो अपने माता पिता के बारे में जानकारी नहीं दे पा रहा था। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चे के माता-पिता की तलाश शुरू की और देवबंद तिराहा से आगे पानी की टंकी पर पिता प्रमोद को ढूंढ कर उसके पिता प्रमोद के सुपुर्द किया। बच्चे को पाकर पिता भावुक हो गए और पुलिस का आभार व्यक्त किया। पुलिस टीम अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी, कांस्टेबल विजय यादव, पीआरडी उपेंद्र व फसीउजमा तथा एसपीओ जनेश्वर गिरी सुमित आर्य शामिल रहे ।

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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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