
जोधपुर, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष प्रवेश व विजयादशमी कार्यक्रम के तहत रविवार को शहर ने 52 बस्तियों में पथ संचलन निकाले गए। हर बस्ती से स्वयंसेवक घोष के साथ अनुशासन में कदमताल करते हुए सामूहिकता का परिचय दे रहे थे।
सरस्वती नगर की महादेव बस्ती में मुख्य वक्ता महानगर प्रचारक हार्दिक ने कार्यकर्ताओं को संघ शताब्दी वर्ष के सफर की बात करते हुए कहा कि आज संघ 100 वर्ष का जरूर हुआ लेकिन हमारी सफलता तभी होगी जब हम लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। वो लक्ष्य भारत माता को परम वैभव पर ले जाने का जो संकल्प किया था उसे पूरा करना है ।
स्वयंसेवकों ने इस 100 वर्षों के कालखंड में बहुत संघर्ष किया । इस यात्रा में उपहास उपेक्षा विरोध को झेलने के बाद स्वीकार्यता का वातावरण बना है । 100 वर्षों के घोर विरोध के बाद भी निरंतर साधना में लीन रहे । तिल भर भी मन कभी विचलित नहीं हुआ। उसी का परिणाम आज शताब्दी वर्ष मना रहे है। अंग्रेजी की कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि प्रतिकूल समय मजबूत व्यक्ति निर्माण करता है जो हर संघर्ष में चट्टान बन कर खड़े रहते हैं और कुंदन की तरह चमक जाते हैं ।
लेकिन अनुकूल समय कमजोर व्यक्ति निर्माण करता है जो पुन: प्रतिकूल समय ला सकता है। इसलिए स्वयंसेवकों को अनुकूलता के वातावरण में कार्य प्रतिकूलता की तरह कार्य में जुटे रहने की जरूरत है।
इसी प्रकार महामंदिर नगर के महावीर बस्ती के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सह महानगर कार्यवाह महादेव ने शस्त्र पूजन कर कहा कि सनातन की परंपरा शस्त्र पूजन की जिसका अनुसरण प्रभु राम ने भी किया लेकिन आज शास्त्र के साथ शस्त्र का ज्ञान भी आवश्यक हो गया है। बिना शस्त्र के शास्त्र की रक्षा नहीं हो सकती और बिना शास्त्र के शस्त्र का कोई महत्व नहीं । इसलिए दोनों में हिंदू समाज को पारंगत होना जरूरी है ।
पुराना शहर नगर की ब्रह्मपुरी बस्ती में निकले पथ संचलन से पूर्व विद्यार्थी कार्य प्रचारक ओमप्रकाश ने संघ के पंच परिवर्तन की बात करते हुए कहा कि हर घर तक इस अभियान को ले जाकर जन जागृति लाने का कार्य करते हुए स्वभाव में इन बातों को लाना होगा। कुटुंब प्रबोधन कहने मात्र से नहीं आएगी उसके लिए खुद से शुरुआत कर एक समय परिवार के साथ भोजन करना होगा । फिर समाज को आग्रह कर स्वभाव बनाना होगा। संघ कार्य का विस्तार हो उसके लिए हर बस्ती के संचलन के बाद हर घर से एक व्यक्ति स्वयंसेवक बने इसके लिए अथक प्रयास करना चाहिए। तभी समाज संगठित होगा। और संगठित समाज ही मजबूत राष्ट्र का आधार माना गया है ।
सरदारपुरा नगर के होली चौक बस्ती का संचलन क्षेत्र की गलियों से घोष के साथ निकला जिसका मातृशक्ति ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया । इस जगह विशेष छोटे बच्चो ने पूर्ण गणवेश में हिस्सा लिया जो आकर्षण का केंद्र बने रहे। लोगों ने उनका हौसला बढ़ाया।
महानगर कार्यवाह भरत जांगिड़ ने बताया कि इसी महानगर की 145 बस्तियों में संचलन के तहत विजयदशमी पर 30 और रविवार को 52 बस्तियों में संचलन निकले। शेष 12 अक्टूबर को निकलेंगे।
(Udaipur Kiran) / सतीश
