HimachalPradesh

कैश के रोक के विरोध में हपुटवा का 24 घंटे का अनशन शुरू, कार्यकारी परिषद की बैठक में होगा काले झंडों से विरोध

हपुटवा के बेनर तले प्रदर्शन करते विश्‍वविद्वालय के शिक्षक

शिमला, 26 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) द्वारा शुक्रवार को एक दिवसीय 24 घंटे का सांकेतिक अनशन आरंभ किया गया। दोपहर एक बजे विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने कुलपति कार्यालय के बाहर एकत्र होकर जोरदार नारेबाजी की और अपनी लंबित मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

संघ के अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास और महासचिव डॉ. अंकुश ने संयुक्त बयान जारी करते हुए बताया कि कॉलेज और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों की प्रमुख मांग कैरियर उन्नयन योजना (कैश) को राज्य सरकार की 2022 की अधिसूचना के बाद से रोक दिया गया है, जिससे प्रदेश के हज़ारों शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां प्रदेश के अन्य सरकारी विभागों में नियमित रूप से पदोन्नतियाँ दी जा रही हैं, वहीं विश्वविद्यालयों में पिछले चार वर्षों से कोई प्रमोशन नहीं हुई है।

उन्होंने कहा क‍ि यह न केवल शिक्षकों के शैक्षणिक विकास में बाधा उत्पन्न कर रहा है, बल्कि इससे विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता और रैंकिंग पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

संघ ने यह भी मांग की है कि विश्वविद्यालय परिसर में शिक्षकों के लिए दो नए आवासीय भवनों का शीघ्र निर्माण किया जाए। फिलहाल विश्वविद्यालय में 256 प्राध्यापकों के मुकाबले केवल 80 आवास उपलब्ध हैं, जबकि विश्वविद्यालय के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।

इसके अलावा संघ ने शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए लंबित महंगाई भत्ता की किस्त तुरंत जारी करने की मांग की। साथ ही चाइल्ड केयर लीव की व्यवस्था को लागू करने की भी मांग उठाई।

संघ ने चेतावनी दी है कि 27 सितम्बर को होने वाली कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान सभी नामित एवं सरकारी प्रतिनिधियों का विरोध किया जाएगा और उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे।

संघ ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि शिक्षकों की जायज़ मांगों को शीघ्र स्वीकार किया जाए और कैश पर लगी रोक को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए।

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(Udaipur Kiran) शुक्ला

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