Madhya Pradesh

ग्वालियरः छह कम्युनिटी हैल्थ ऑफीसर को सेवा से बर्खास्त करने और दो सीएचओ का वेतन काटने के निर्देश

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए निर्देश

– स्वास्थ्य सुविधाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्तः कलेक्टर

ग्वालियर, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । कलेक्टर रुचिका चौहान ने ग्वालियर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने वाले कम्युनिटी हैल्थ ऑफीसर (सीएचओ) के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने छह सीएचओ को सेवा से बर्खास्त करने तथा दो सीएचओ को अपने कर्तव्य पर जितने दिन अनुपस्थित रहे हैं, उससे दोगुना दिनों का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं का आम जनों को समय पर लाभ मिले, इसके लिये सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को मुस्तैदी के साथ कार्य करने की हिदायत दी है।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि जिले में कई कम्युनिटी हैल्थ ऑफीसर अपने कर्तव्य स्थल पर न जाकर कहीं से भी एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। इसके साथ ही बिना अनुमति के अपने कर्तव्य स्थल पर नहीं पहुँच रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अमले को स्पष्ट रूप से कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर ने जिले में संचालित एनआरसी केन्द्रों की समीक्षा के दौरान कहा कि जिले के सभी एनआरसी केन्द्र पूरी क्षमता के साथ संचालित हों, यह सुनिश्चित किया जाए। एनआरसी में जितने भी बैड उपलब्ध हैं, उनका बेहतर उपयोग हो ताकि कुपोषण निवारण के बेहतर परिणाम सामने आ सकें। इसके साथ ही मातृ मृत्यु दर की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया है कि जिले में गर्भवती माताओं की एचआरपी क्लीनिक में समय पर जाँच हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए।

कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्र में एजी ऑफिस, कमिश्नरी कार्यालय एवं ठाठीपुर डिस्पेंसरी में अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिल सके, इसके लिये कैम्प लगाकर जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराई जाएं। डेंगू की रोकथाम के लिये किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्र में जिन स्थानों पर बरसात का पानी रुका हुआ है वहाँ पर दवाओं का छिड़काव करने के साथ-साथ आमजनों में जन जागरूकता का कार्य भी प्रभावी रूप से किया जाए।

कलेक्टर ने दस्तक अभियान की समीक्षा के दौरान कहा कि एनीमिक बच्चों को ब्लड लगाने एवं निजी अस्पतालों से भी डाटा एकत्र करने का कार्य किया जाए। आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक दिन छोड़कर बच्चों को ओआरएस देने का कार्य भी किया जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में अपर कलेक्टर कुमार सत्यम, सिविल सर्जन डॉ. आर के शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के सम्पूर्ण जिले के अधिकारीगण उपस्थित थे।

इनके विरूद्ध हुई कार्रवाई

कलेक्टर रुचिका चौहान ने समीक्षा बैठक में जिन कम्युनिटी हैल्थ ऑफीसर (सीएचओ) को सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं, उनमें शशिकला कुमारी घरसोंदी, दीपक सिंह तोमर नौगांव, के पी राणा देवरा, शिवेन्द्र सिंह तोमर गढ़रौली, विकेन्द्र सिंह गिजौर्रा व अनुपमा यादव पार शामिल हैं। इसके साथ ही जिनके वेतन काटने के निर्देश दिए हैं उनमें उपदेश राजौरिया छोटी अकबई एवं कनूप्रिया आहूजा गिरवई शामिल हैं।

(Udaipur Kiran) तोमर

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